यद्यपि थूक में खून आना टी. बी. का लक्षण है, तथापि कभी-कभी सामान्य कारणों से भी, जैसे-जुकाम बिगड़ जाना, श्वास प्रणाली अथवा नाक में शोथ आदि कारणों से भी ऐसा होता है । टी. बी. के अतिरिक्त अन्य कारणों से यदि थूक में खून आये तो निम्नानुसार उपचार करना चाहिए :-
एकोनाइट 30 – यदि श्वास-प्रणाली अथवा श्लैष्मिक-झिल्ली में शोथ के कारण रक्त आता हो तो इस औषध की कुछ मात्राएँ देने से ही लाभ हो जाता है।
नक्स-वोमिका 30 अथवा सल्फर 30 – यदि बवासीर का खून दब जाने पर वह मुंह अथवा नाक से आने लगे तो इनमें से किसी भी एक औषध का प्रयोग कर |
चायना 30 अथवा पल्सेटिला 30 – यदि मासिक धर्म की गड़बड़ी के कारण अथवा मासिक के समय योनि से रक्तस्राव न होकर, मुंह या नाक से खून आने लगे तो इन दोनों में से किसी भी एक औषध के प्रयोग से लाभ होता है ।
सावधानी बरतें
- अगर थूक या बलगम में खून की मात्रा है तो तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए।
- मुंह में गंदगी न रहने दें, उसे साफ़ करते रहें।
- ब्रश करते समय इस बात का ध्यान दें कि कही ब्रश से दांतों और मसूढ़ों पे ज्यादा जोर तो नहीं पड़ रहा।
- मांस का सेवन कम करें, और सेवन करने के बाद ब्रश जरूर करें।
- धूम्रपान और गुटका आदि नशीले पदार्थ का सेवन बंद कर दें।
- अगर मांस खाने के शौकीन हैं तो उसमे मछली का सेवन बेहतर है।
- फल और सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें।