कुछ बच्चे रात को प्राय: बिस्तर पर पेशाब कर देते हैं। यह रोग स्नायु की दुर्बलता तथा बदहजमी से होता है, जिस कारण वे सोते समय अचेतन अवस्था में मूत्र का वेग नहीं रोक पाते। कभी-कभी ठंड लगने से भी बच्चे बिस्तर गंदा कर देते हैं।
बिस्तर गीला उपचार ( Bistar par Peshab Karne ka Ilaj )
तिल – 50 ग्राम काले तिल, 25 ग्राम अजवायन और 100 ग्राम गुड़-तीनों को आपस में मिला लें। इसे 8-8 ग्राम सुबह-शाम खाते रहने से बार-बार पेशाब आना एवं बच्चों का बिस्तर पर पेशाब करना बन्द हो जाता है।
अखरोट – दो अखरोट और 20 किशमिश-दोनों को नित्य दो सप्ताह तक बच्चों को खिलाने से वे बिस्तर में पेशाब करना छोड़ देते हैं।
शहद – सोते समय शहद का सेवन कराते रहने से बच्चों को नींद में मूत्र निकल जाने का रोग दूर हो जाता है।
अांवला – 1 ग्राम अांवला, 1 ग्राम काला जीरा और 2 ग्राम मिश्री-तीनों वस्तुओं को खूब बारीक पीसकर फंकी लें। ऊपर से ठंडा पानी पिएं। बिस्तर में पेशाब करने का रोग दूर हो जाएगा।
जामुन – जामुन की गुठली पीसकर एक चम्मच चूर्ण की फंकी पानी के साथ देने से बच्चों का बिस्तर में पेशाब करने का रोग दूर हो जाता है।
छुहारा – यदि बच्चा बिस्तर में पेशाब करता हो या बूढ़े आदमी बार-बार पेशाब करने जाते हों, तो उन्हें नित्य दो बार छुहारे खिलाएं। इसके अलावा रात को छुहारा खिलाकर गुनगुना दूध पिलाएं।