(1) प्रसव से एक मास पूर्व लेने से सहज-प्रसव – प्रसव की दृष्टि से कोलोफाइलम औषधि स्त्री का अत्यन्त मित्र है। होम्योपैथ-चिकित्सकों का यह अनुभव है कि उनकी मरीजा प्रसव-वेदना से बची रहती है। होम्योपैथी में एक औषधि है ‘कोलोफाइलम’ जिसका काम प्रसव-कार्य को इस प्रकार नियन्त्रित कर देना है कि प्रसव के समय कोई कष्ट नहीं होता। प्रसव से एक मास पूर्व अगर प्रतिदिन कोलोफाइलम 6 या 30 की एक मात्रा ले ली जाय, तो प्रसव के समय किसी प्रकार का कष्ट नहीं होगा। इस औषधि का विशेष-प्रभाव जरायु पर है।
(2) यह झूठी प्रसव-पीड़ा को रोकती है – प्रसव के अन्तिम मास में कभी-कभी झूठी प्रसव-पीड़ा हुआ करती है। इस झूठी प्रसव-पीड़ा के समय कोलोफाइलम औषधि इस प्रकार की पीड़ा को शान्त कर देती है। यह औषधि हर शक्ति में काम करती है – 30 या 200 कोई भी शक्ति दी जा सकती है।
(3) गर्भकाल में गर्भपात को रोकती है – कोलोफाइलम औषधि का प्रसवकाल में सबसे अधिक प्रयोग है। अगर प्रसव-काल में रुधिर जाने लगे या गर्भपात का भय खड़ा हो जाय, तो इस औषधि के प्रयोग से यह शंका दूर हो जाती है।
(4) प्रसव-काल में ठीक समय पर प्रसव में सहायक है – जहाँ यह गर्भपात को रोकती है, वहाँ आश्चर्य यह है कि प्रसव-काल में प्रसव में देरी होने को भी रोकती है, और ठीक समय पर बिना पीड़ा के प्रसव कराने में सहायक है। जब प्रसव-काल के समय जरायु का मुख संकुचित होकर प्रसव में देरी करने लगता है, तब इस औषधि से प्रसव-पीड़ा जल्दी होने लगती है, और यह जरायु के कार्य को नियमित करके प्रसव को ठीक ढंग पर करा देती है। संक्षेप में, यही कहा जा सकता है कि इस औषधि का कार्य प्रसव के कार्य को नियन्त्रित कर देना है। जब प्रसव नहीं होना चाहिये, समय से पहले होने लगे, तब इसे रोक देती है; और जब होना चाहिए परन्तु देरी होने लगे, तब प्रसव में सहायता कर देती है। लोग कहा करते हैं: चित्त भी मेरी, पट्ट भी मेरी; ठीक इसी तरह गर्भपात को भी यह रोकती है, प्रसव होने में बिलम्ब को भी यह रोकती है।
(5) स्त्रियों के अंगुलियाँ आदि छोटे जोड़ों में दर्द – स्त्रियों के वातरोग में जब छोटे जोड़ों में दर्द बैठ जाता है, गठिया-रोग में जब दर्द फिरा करता है, हर मिनट स्थान बदलता रहता है, अंगुलियों के जोड़ सख्त पड़ जाते हैं, तब पल्सेटिला की तरह कोलोफाइलम जोड़ों के दर्द में आराम करती है।
(6) छोटी बच्चियों का प्रदर – डॉ० फैरिंगटन लिखते हैं कि छोटी बच्चियों के प्रदर में जब स्राव अधिक होता हो, बच्ची कमजोर होती जाती हो, तब कोलोफाइलम औषधि लाभप्रद है।
(7) शक्ति – 6, 30, 200