(1) गर्म-सर्द हो जाना – बेलिस पेरेनिस औषधि की तरफ सबसे पहले डॉ० बर्नेट ने ध्यान खींचा। इसका सबसे बड़ा लक्षण है: ‘गर्म हालत में ठंडक लग जाना।’ जो लोग मेहनत-मजदूरी करते हैं, खेतों में काम करते हैं, वे काम करते हुए तप जाते हैं, इसी हालत में वे ठंडा पानी पी लेते हैं, या ठंडे पानी से स्नान कर लेते हैं। इस प्रकार जो कोई भी शिकायत हो जाय-पेट दर्द, दस्त आदि-उसके लिये बेलिस पेरेनिस महौषध है, दूसरी कोई दवा इसका मुकाबला नहीं कर सकती – ऐसा डा० बर्नेट का कहना है। गर्म पेट को या गर्म त्वचा को एकदम ठंडे पानी या ठंड का स्पर्श-इस से कोई भी रोग हो, यह दवा ठीक कर देती है। डॉ० बर्नेट एक 30 वर्ष की स्त्री का जिक्र करते हुए लिखते हैं कि जब वह 12 वर्ष की थी, गर्मी का मौसम था, उसका जिस्म काम से थका हुआ था, वह ठंडे पानी के एक नाले में जा कूदी। तब से उसके जिस्म पर माता के-से दाने उभर आये, जो किसी दवा से ठीक नहीं हुए। अन्त में डॉ० बर्नेट ने उसे यह दवा 3x दिन में तीन बार दी और वह बिल्कुल ठीक हो गई। उन्होंने गर्म-सर्द हो जाने के लक्षणों में इस दवा के बड़े गीत गाये हैं।
(2) आर्निका की तरह कुचले जाने की अनुभूति – आर्निका की तरह मांस-पेशियों के कुचले जाने का-सा अनुभव इसमें होता है। यह कुचले जाने का अनुभव उपरालु मांस-पेशियों का नहीं, अपितु मांस-पेशियों के अन्तरतम में ऐसा अनुभव होना इसका लक्षण है।
(3) वेरीकोज़ वेन्ज – गर्भावस्था के अन्तिम दिनों में वैरीकोज वेन्ज का शोथ हो जाया करता है। नितम्ब-प्रदेश में असहिष्णुता हो जाती है और चलना-फिरना कठिन हो जाता है। बेलिस पेरेनिस औषधि से असहिष्णुता दूर हो जाती है और चलना-फिरना आसान हो जाता है।
(4) Bellis perennis निम्न शक्ति में अच्छा काम करती है। बहुत लोगों का कहना है कि चोट लगने, मोच आने और कुचले जाने से होने वाले दर्द में यह अर्निका की तुलना में अच्छा काम करता है। शरीर के किसी स्थान पर यदि चोट लग जाये या मोच आ जाये तो Bellis perennis Q और Arnica Q की 10-10 थोड़े पानी में मिलाकर देने से तुरंत लाभ मिल जाता है। छोटे-छोटे फुंसी और तिल पर Bellis perennis Q लगाने से दोनों समस्या धीरे-धीरे ठीक हो जाता है।
(4) शक्ति – Q, 3x, 6, 30