इस पोस्ट में हम जानेंगे की जिन लोगों को बस, कार और ट्रेन में बैठने के बाद उल्टी जैसी महसूस होने लगती है और उल्टी आ भी जाती है, उनका होम्योपैथिक दवा क्या है जिससे उनका motion sickness ठीक हो जायेगा।
हम सभी सफर करना पसंद करते हैं, पर कुछ लोग जो बस, कार या ट्रेन में सफर करते समय मितली या उल्टी आने की समस्या से परेशानी के कारण अच्छे से सफर का आनंद नहीं ले पाते। उनके कारण दूसरों को भी प्रॉब्लम झेलना पड़ता है। उनके लिए कुछ होम्योपैथिक मेडिसिन है जो कि बहुत उपयोगी है। सबसे पहले हम जानते हैं की motion sickness किस कारणों से होता है :-
हमारे दिमाग में एक एरिया होता है जिसे हम postrema बोलते हैं, अगर हम कभी जहर या कुछ दूषित चीज ले लेते हैं तो हमारे दिमाग में एक सूचना जाता है की हमने कोई दूषित चीज को शरीर के अंदर लिया है और वो postrema एरिया हमें उल्टी करवा देता है। ऐसे ही जब हम कार में सफर करते हैं तो हमारा कान आवाज़ सुनकर हमारे दिमाग को बताता है कि हम चल रहे हैं और हमारी आँखे बताती हैं की हम बैठे हुए हैं, इसी असमंजस में हमारे दिमाग को ऐसा लगता है कि हमने कुछ दूषित चीज को अपने अंदर ले लिया है और इसी कारण उल्टी जैसा महसूस होने लगता है। ये सभी लोगों को नहीं होता। Motion sickness होना एक तरह की theory है जिसका वर्णन हमने अभी किया है। Motion sickness में उल्टियां होती है और उल्टी होने के बाद कमजोरी महसूस होती है।
Motion sickness की होम्योपैथिक दवा
Cocculus indicus – किसी भी तरह की वाहन में सफर करने से अगर उल्टी जैसा महसूस हो तो ये दवा बहुत कारगर सिद्ध होती है। अगर आप सफर कर रहे हैं और मितली आने लगे और आप कोई ड्रिंक जैसे कोका कोला पी लेते हैं तो हमें उल्टी जैसी महसूस होने लगती है। इस दवा के रोगी को खाना से बहुत नफरत सी हो जाती है, खाने की सुगंध से भी उल्टी महसूस होने लगती है। Cocculus indicus के रोगी तम्बाकू की सुगंध बर्दाश्त नहीं कर पता। अगर सफर के दौरान कोई भी तम्बाकू पी रहा हो और उसकी गंध रोगी को लगे तो तुरंत उल्टियां हो जाती है। इन सब लक्ष्णों के साथ अगर Motion sickness है तो कार या बस में बैठने से पहले Cocculus indicus 30 पोटेंसी की दो बून्द tongue पे टपका लेना है। फिर आपको उल्टी महसूस नहीं होगी। अगर सफर से दौरान सिर में दर्द होता है तो भी इसकी दो बून्द ले लें। अगर आपको Motion sickness की बीमारी बहुत दिनों से है तो आप इसका इस्तेमाल दिन में दो बार सुबह-शाम एक महीने तक करें तो ये बीमारी दूर हो जाएगी। आप ये मेडिसिन सभी होमियोपैथिक स्टोर पे आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।