Brahmi प्लांट किंगडम की मेडिसिन है और इसका scientific नाम bacopa monnieri है। यह दवा मुख्यतः पूर्वोत्तर भारत में पाया जाता है। आयुर्वेद में अलग-अलग बीमारियों में इस दवा का उपयोग होता है। होम्योपैथी में भी इस दवा का उपयोग बहुत सारे रोगों में किया जाता है।
यह दवा हमारे दिमाग में बहुत अच्छा असर करती है, दिमाग के सेल को मजबूत कर हमारे मेमोरी पावर को बढ़ाने का काम करती है। अगर शरीर में कहीं ट्यूमर हो तो यह दवा उसे गलाने में बहुत मदद करता है।
ब्राह्मी होम्योपैथिक दवा के लक्षण
- स्मरण शक्ति का कम होना। चीजों को कही रख कर भूल जाना या किसी व्यक्ति को कुछ दे कर भूल जाना। भूलने के हर प्रकार के लक्षण इस दवा काम करती है।
- बच्चों का पढाई में मन नहीं लगना और परीक्षा के समय पढ़े हुए चीजों का भूल जाना ब्राह्मी दवा का लक्षण है। यह दवा मेमोरी पावर को बढ़ाने की बहुत ही उत्तम दवा है।
- हूपिंग-कफ में यह दवा अच्छा कार्य करती है। अगर किसी भी दवा से हूपिंग-कफ ठीक नहीं हो रहा हो तो एक बार ब्राह्मी मदर टिंचर का प्रयोग अवश्य करें।
- अगर ब्लड में हीमोग्लोबिन कम हो जाता है या शरीर में खून की कमी हो जाती है तो ऐसे में ब्राह्मी दवा का उपयोग उत्तम असर करता है।
- बार-बार पैर में क्रैम्प्स आने पर भी इस दवा का उपयोग लाभकारी है।
- कोई बड़ी बीमारी भोगने के बाद स्प्लीन ( Spleen ) बड़ी हो जाती है ऐसे में ब्राह्मी दवा के प्रयोग से spleen सामान्य हो जाता है।
- ब्राह्मी दवा मिर्गी रोग में बहुत अच्छा काम करती है, खासकर ऐसे लोग जिनकी मेमोरी बहुत कमजोर होती है।
- ब्रेन ट्यूमर होने पर ब्राह्मी दवा का उपयोग अवश्य करना चाहिए। इससे ट्यूमर गल जाते हैं।
अगर ऊपर दिए गए लक्षण मौजूद हैं तो आप ब्राह्मी मदर टिंचर का प्रयोग करें। ब्राह्मी मदर टिंचर ( bacopa monnieri q ) की 20 बून्द को आधे कप पानी में मिलाकर दिन में 3 बार खाली पेट लें। 4 महीने के रेगुलर प्रयोग से ऊपर दिए गए समस्त लक्षण ठीक हो जायेंगे और मेमोरी पवार बहुत बढ़ जाएगी। इस मेडिसिन के सेवन से चिड़चिड़ापन भी दूर हो जाती है।
ब्राह्मी दवा का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है और इसका इस्तेमाल आप निःसंकोच कर सकते हैं।