[ एक तरह के गाछ से टिंचर तैयार होता है ] – मिर्गी और ताण्डव रोग ( chorea ) में इसका व्यवहार होता है। मुँह की पेशी का आक्षेपिक स्पन्दन ; अन्यान्य पेशियों का स्पन्दन ; रात में नींद अवस्था में अगर रोग बढ़े तो अन्य दवाओं की अपेक्षा इससे ज्यादा फायदा होता है।
मन उदास होना, आत्महत्या का विचार आना, कभी हंसना कभी रोना जैसे लक्षण में जिजिया लाभ करता है।
सिर और दाहिनी कनपटी में दर्द जोकि पीठ दर्द के कारण होता हो उसमे जिजिया लाभ करता है।
मैथुन के बाद बहुत ज्यादा कमजोरी और सुस्ती महसूस होना।
सूखी खाँसी और इसके साथ साँस लेने में तकलीफ होना।
तुलना – एगैरि, स्ट्रैमो, टैरेण्टु, साइक्यूटा, इथूजा ।
क्रम – निम्न शक्ति।