इसके मदर-टिंचर को सूँघने पर भी फायदा होता है। स्नायविक सिर दर्द, सेरिब्रो स्पाइनल, मेनिनजाइटिस, अन्त्र में दर्द के साथ उदरामय। सिर दर्द – सिर नीचा करने अथवा हिलाने से वृद्धि , सिर भारी, पलकें भारी, आँख फड़कना, चक्षु गहर में निरंतर दर्द व चबाने सा दर्द, दर्द बाईं आँख में अधिक, वह दर्द कभी कभी मस्तिष्क व खोपड़ी के अंदर से होकर गर्दन तक जाता है; रौशनी में, शब्द से वृद्धि और आँखें बंद कर सम्पूर्ण रूप से स्थिर हो रहने से घटता है।
सिर के पिछले भाग व गर्दन में सदैव ही थोड़ा-थोड़ा दर्द रहता है। उक्त दर्द नीचे मेरूदण्ड व कंधे के अंदर भी आता है, सिर बहुत भारी रहता है। पलकें झूल जाती हैं। डकार आना, मितली और कंपन की समस्या रहती है।
मात्रा – 1 से 3 शक्ति। मदर टिंचर को सुंघने से फायदा होता है।