अगर पुरुषों में Testosterone लेवल कम हो जाता है तो उन्हें कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। Testosterone एक हार्मोन होता है जो पुरुषों और स्त्रियों दोनों में पाया जाता है। Testosterone बहुत ही जरूर हार्मोन है शरीर के लिए। यह Testosterone पुरुषों में अधिक होता है और स्त्रियों में उनसे कुछ कम। Testosterone एक प्रकार से जुड़ा होता है हमारे किशोरावस्था से। किशोरावस्था के दौरान पुरुषों की जो मूछें निकलती है, पुरुषों मे शुक्राणु का विकास होता है यह सभी काम Testosterone करता है। Testosterone के जरिये ही पुरुषों को भारी आवाज मिलती है। इसके जरिये ही शरीर में मांसपेशियों का विकास होता है। Testosterone की मात्रा पुरुषों के शरीर में अधिक होने के कारण ही पुरुषों की हड्डीयाँ अधिक मजबूत होती है।
Testosterone लेवल कितना होना चाहिए ?
शरीर में Testosterone का लेवल कितना होना चाहिए यह उम्र पर निर्भर करता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे Testosterone लेवल कम होता जाता है। औसतन Testosterone लेवल 240 से 950 नैनोग्राम/डेसिलिटर रहता है। अगर इससे कम आपका Testosterone लेवल रहता है तो आपको Male Hypogonadism की समस्या है।
Male Hypogonadism के कारण
- टेस्टिकल्स का अच्छे से विकास न होने के कारण Testosterone लेवल पर असर पड़ता है।
- जब हमारी बॉडी में आयरन की मात्रा अधिक बढ़ जाती है तब शरीर के ऑर्गन्स पर प्रभाव पड़ता है और टेस्टिकल फेलियर की सम्भावना बढ़ जाती है। इसे ही हिमोक्रोमटॉसिस कहा जाता है।
- कैंसर होने पर किमोथेरेपी कराने से Testosterone लेवल पर बहुत प्रभाव पड़ता है।
- Mumps orchitis टेस्टिकल्स में होने वाला इन्फेक्शन है, जिसके कारण टेस्टिकल्स के कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है और टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन में कमी आ जाती है।
- अधिक उम्र या बुढ़ापा के कारण भी टेस्टोस्टेरोन लेवल कम हो जाया करता है।
Male Hypogonadism के लक्षण
- अगर किसी बच्चे के शरीर में Testosterone लेवल कम है तो उसके शरीर में Testis ठीक से नहीं बढ़ेंगे।
- जब बच्चा बड़ा होता है और उसके शरीर में Testosterone लेवल कम है तो उसकी दाढ़ी-मूंछे या तो पूरी तरह से नहीं बढ़ेंगी या थोड़ी बहुत बढ़ेंगी।
- पुरुषों की आवाज मोटी व भारी होती है, अगर शरीर में Testosterone लेवल कम है तो आवाज मोटी नहीं होगी, वह पतली ही रह जाएगी।
- Testosterone लेवल कम होने के कारण जैसे हर पुरुष की मांसपेशियां विकसित होती है वैसे विकास नहीं होगा, मांसपेशियों का विकास रुक जायेगा।
- शरीर ढीला रह जायेगा, और इस वजह से कद बढ़ना भी रुक जायेगा।
- शुक्राणु कम बनेंगे या बिल्कुल ही नहीं बनेंगे।
- अगर Testosterone लेवल कम रहता है तो हड्डीयाँ काफी कमजोर हो जाएँगी बड़े होने पर भी।
- अक्सर देखा गया है की जिनका Testosterone लेवल कम रह जाता है उनका व्यवहार भी महिलाओ की तरह रह जायेगा।
Testosterone लेवल बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक दवाइयां
Ashwagandha Mother Tincture :- अश्वगंधा शरीर के Testosterone में असर करती है और उसे बढ़ाने में मदद करती है, यदि आपको ठीक से दाढ़ी नहीं आती है तो यह दवाई बहुत लाभदायक है। शरीर बहुत ढीला-ढाला है और मांसपेशियां विकसित नहीं हो रही है तो अस्वगंधा बहुत फायदेमंद है। अस्वगंधा हमारी सहनशीलता को भी बढाती है, यह सुस्ती को दूर करने में मददगार है।
दवा लेने की विधि :- Ashwagandha Mother Tincture की 20 बूँद आधे कप पानी में लेकर पीना है, इस विधि का प्रयोग दिन में तीन बार करना है। यह एक बहुत ही असरदार दवाई है तो आपको इसके परिणाम भी जल्दी ही देखने को मिलते हैं ।
Testis Siccati 3X :- अगर आपके Testosterone लेवल कम है और Testis ठीक से शुक्राणु नहीं बनना पा रहा है, या शुक्राणु कम है तो यह दवाई बहुत ही लाभदायक है। यह दवाई Testosterone लेवल को बहुत तेज गति से बढ़ाती है। इस दवाई को आपको 3X में लेना है इसकी दो-दो गोली दिन में तीन बार चूसना है।
Caladium Seguinum 30 CH :- यह बहुत ही लाभदायक दवाई है Testosterone लेवल को बढ़ाने के लिए, अगर आपके शरीर में Testosterone लेवल बहुत कम है और उसकी वजह से ऊपर के लगभग सभी लक्षण दिख रहे है तो यह दवाई बहुत फायदेमंद है। अगर आपके शुक्राणु बहुत कम है, दाढ़ी नहीं बढ़ती, शरीर ढीला रहता है तो यह दवाई बहुत ही लाभदायक है। इसकी दो बूँद रोज सुबह लेनी है।
नोट :- यह तीनों दवाई आपको लगभग तीन महीने लगातार लेनी है और उसके बाद आप अपना Testosterone लेवल चेक कराये। तीन महीने तक इस दवाई का सेवन करने के बाद आपका Testosterone लेवल सामान्य स्तर पर आ जायेगा।