Aegle Folia एक होम्योपैथिक दवाई है जिसको बनाने के लिए बेल के पत्तो का इस्तेमाल किया जाता है। बेल का इस्तेमाल वैदिक काल से किया जाता रहा है पेट से सम्बन्धित कई बीमारियों के इलाज के लिए। इसका इस्तेमाल गर्मियों में किया जाता है, इसका जूस हमारे लिए बहुत ही लाभदायक होता है। बेल के पेड़ से दो तरह की होम्योपैथिक दवाइयाँ बनाई जाती है:- बेल के फल के अंदर जो गूदा होता है उससे Aegle Marmelos नामक होम्योपैथिक दवाई बनायी जाती है और बेल के पत्तों से Aegle Folia बनाया जाता है।
Aegle Folia का शरीर पर पड़ने वाला प्रभाव:
- Aegle Folia मानव शरीर के पाचन तंत्र पर असर करती है।
- अपच की समस्या, डायरिया की समस्या में लाभदायक है।
- हृदय के धड़कने की गति को सामान्य बनाये रखती है।
- बुखार, सर्दी-खांसी में कारगर दवाई है।
वह कौन से लक्षण है जब Aegle Folia लिया जा सकता है?
- पेट फुला हुआ रहने पर जैसे – गैस की समस्या हो या कोई अन्य समस्या जिसके कारण पेट फुला-फुला रहे
भूख कम लगाने पर - एसिडिटी की समस्या होने पर
- कब्ज की समस्या में
- डायरिया की समस्या होने पर
- पेचिश की समस्या के होने पर
- बुखार और सर्दी जुकाम में
- शरीर में कहीं पर सूजन आने पर
- बार-बार पेट खराब होने पर
- जी मचलने की समस्या में
- हृदय रोगों में,
- विटामिन बी की कमी को पूरा करने के लिए
- पुरुषो की कई समस्याओं के निदान के लिए
- बवासीर की समस्या में
- चर्म रोग की समस्या में भी Aegle Folia दवाई बहुत असरदार है।
दवा लेने की विधि :- एक चौथाई कप पानी में Aegle Folia मदर टिंचर की दस बूंद लेकर दिन में तीन से चार बार पीना है, इसका सेवन बच्चो से लेकर वृद्ध लोग भी कर सकते हैं। जैसा की ऊपर बताया गया है Aegle Folia बेल के पत्तों से बनाया जाता है और पुराने समय से ही बेल के पेड़ का प्रयोग अनेक रोगों के इलाज में किया जाता रहा है। होम्योपैथिक ओषधि होने के कारण इसके कोई side-effects भी नहीं है। इसका सेवन आप लगभग 1 से 2 महीने करे अच्छे परिणाम के लिए।