Azadirachta Indica को सामान्य भाषा में नीम भी कहते हैं। नीम एक प्राकृतिक औषधि है जोकि वैदिक काल से अनेक रोगों के उपचार में काम आती रही है। नीम का प्रयोग न केवल होम्योपैथी में बल्कि इसका इस्तेमाल, आयुर्वेद, यूनानी व एलोपैथी में भी होता है।
Azadirachta Indica दवाई का हमारे शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव
Azadirachta Indica एक anti-fungal, anti-bacterial और antiviral दवाई है। यह शरीर से जीवाणु और कीटाणु को मारती है। यह दवाई हमारे पाचन तंत्र पर असर करती है और हमारे अपच की समस्या को ठीक करती है। यह दवाई हमारे लिवर की समस्या को ठीक करती है साथ ही यह हमारी त्वचा पर होने वाले Fungal Infection को भी ठीक करती है। यह दवाई हमारे रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करती है।
वह कौन से लक्षण है जब हमे Azadirachta Indica दवाई का सेवन करना चाहिए
- यदि आपको भूलने की बीमारी है, बहुत जल्दी आप चीजों को भूल जाते है तो इस दवा को लें।
- चक्कर बहुत जल्दी आना खास तौर से सुबह के वक्त चक्कर आना
- सिर में बहुत दर्द होना, झुकने पर सिर में दर्द होना
- आँखों में दर्द होना, आँखे लाल होना
- कान में सनसनाहट होना या खुजली होना
- सर्दी होना
- बुखार के दौरान मुँह में कड़वाहट रहना, हर खाने वाली चीज कड़वी लगना
- पानी पीने में गले में दर्द होना
- पेट फुला होना, मल का बहुत कड़ा होना या मल का बहुत ज्यादा बदबूदार होना, कब्ज, गैस होना
- यूरीन में जलन होना
- बहुत ज्यादा खांसी होना और कफ का ठीक से ना निकलना
- त्वचा में बार-बार फोड़े, फुंसी होना व खुजली होना
- खून साफ करने के लिए
- बुखार होना, साथ ही शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी लगना, और पसीने में बहुत बदबू आना
Azadirachta Indica का सेवन आप 30 Ch व Q पोटेंसी में भी कर सकते हैं। किन लक्षणों में Azadirachta Indica 30 Ch का प्रयोग करना है और किनमे Azadirachta Indica Q का वह निम्न है:-
Azadirachta Indica 30 Ch में सेवन कब-कब करे
यदि आपको चीजें याद रखने में समस्या हो रही है और आप जल्दी भूल जाते है तो आप Azadirachta Indica का प्रयोग 30 Ch में कर सकते हैं, अगर आपको चक्कर आता है या सिर दर्द बहुत अधिक होता है तो आप इसका सेवन करे। अगर आपको आँख में इन्फेक्शन है या काम में समस्या है, अगर आपको सर्दी है तब भी इसका सेवन कर सकते हैं। यदि आपको कब्ज, अपच की समस्या है तब भी Azadirachta Indica का सेवन 30 Ch में करे।
लेने की विधि :- यदि आपको इनमे से कोई भी समस्या हो तो आप Azadirachta Indica का प्रयोग 30 Ch में करे, इसका सेवन दिन में तीन बार करना है। इसकी दो-दो बूँद दिन में तीन बार जीभ पर टपकाना है।
Azadirachta Indica Q का सेवन Internal use के लिए कब-कब करे
अगर आपको बहुत ज्यादा बुखार होता है तब आप Azadirachta Indica Q का प्रयोग करे, यदि आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता कम है और जिस कारण आपको फंगल इन्फेक्शन होता रहता है तो आप इसका सेवन कर सकते है, अगर आपको बहुत जल्दी-जल्दी फोड़े-फुंसी होते रहते हैं और त्वचा पर खुजली होती है तो आप इसका सेवन करे। अगर आपको खांसी होती है तब भी इसका सेवन कर सकते हैं।
लेने की विधि :- यदि आपको इनमे से कोई समस्या है तो आप Azadirachta Indica Q का प्रयोग दिन में तीन बार करे। आधे कप पानी में Azadirachta Indica Q की 20 बूँद डालकर पीना है।
Azadirachta Indica Q का सेवन External use के लिए कब-कब करे
अगर आपकी त्वचा पर Fungal या bacterial इन्फेक्शन हुआ है तो आप Azadirachta Indica Q को उसपर लगा सकते है, इसे लगाने के लिए आप सीधा अपने हाथो का भी प्रयोग कर सकते है। इसे दिन में तीन से चार बार लगाना है Infection वाले हिस्से पर। लगाने के लिए Azadirachta की एक क्रीम भी आती है ‘Topi Azadirachta’, आप चाहे तो इसका प्रयोग भी कर सकते हैं।