विटामिन बी-1 से बनी औषधियाँ
बेरिन टैबलेट (Berin) – इस नाम से टिकिया और इन्जेक्शन बाजार में उपलब्ध हैं । टिकिया 50 और 100 मि.ग्रा. और इन्जेक्शन 100 मि.ग्रा. प्रति मि.ली. के मिलते हैं। इस विटामिन का लाभ विटामिन B1 के अन्तर्गत आते हैं।
यह इन्जेक्शन बेरी-बेरी रोग (जिससे रोगी कमजोर हो जाता है।) उसके मस्तिष्क की स्नायु में सूजन पैदा हो जाती है । रोग बढ़ जाने पर (उसके मस्तिष्क में खराबी और पागलपन तक पैदा हो सकता है।) भूख न लगना, याद न रहना, हृदय की कमजोरी, हृदय अधिक धड़कना, सांस लेने में कठिनाई, टांगों और पैरों में सूजन, आमाशय और अन्तड़ियों के रोग, अन्तड़ियों की गति सुस्त पड़ जाने से कब्ज, पेट फूलना, गैस पैदा होना, पाचन रस (गैस्ट्रिक जूस) पैदा न होना, नासूर, कै आना, गर्भवती स्त्री को कै की अधिकता और विषैले प्रभाव आदि रोग दूर हो जाते हैं ।
शराब पीने से उत्पन्न रोग दिल फेल होना और इस कारण से सांस लेने में कठिनाई तथा टखनों और पाँवों में पानी पड़ जाने से सूजन आ जाना, नासूर, गर्भावस्था में रक्त में विषैले प्रभाव हो जाना, गर्भवती को प्रात: समय कै आना, स्नायु पीड़ा, इत्यादि रोगों में भी अत्यन्त ही लाभप्रद औषध है ।
रोग अधिक होने पर प्रारम्म में 25 से 100 मि.ग्रा. का चर्म में या माँस में अथवा शिरा (नस) में इन्जेक्शन लगायें । बाद में 25 से 50 मि.ग्रा. की प्रतिदिन टिकिया खिलायें। रोग की अति तीव्रावस्था में 100 या 200 मिलीग्राम का माँस में इन्जेक्शन प्रतिदिन (कुछ दिनों तक) लगाकर बाद में 15-20 मिलीग्राम की टिकिया प्रतिदिन खिलाते रहें । इसकी 5-10-50 और 100 मिलीग्राम की टिकिया और 50 तथा 100 मिलीग्राम के इन्जेक्शन बाजार में उपलब्ध हैं । .
नोट – रोश कम्पनी विटामिन B1 को बेनर्वा के नाम से, फाइजर कम्पनी Duvit B1 ड्युविस बी. के नाम से और मर्क शार्प डोम कम्पनी Bedonic (बडोनिक) के नाम से, जान वाइथ कम्पनी Biovite बायोवाइट के नाम से, सिपला कम्पनी bitamid (बटामिड) के नाम से तैयार कर बाजार में बेच रही है । इन सभी औषधियों के गुण व लाभ बेरिन के जैसा है।
इन्क्रेमिन ड्रॉप (Incremin Drops) (सायनेमिड कंपनी) – इसमें विटामिन B1 के अतिरिक्त विटामिन B6 तथा B12 आदि होते हैं। यह एक चम्मच प्रतिदिन रोग से बचाव के लिए तथा तीन चम्मच प्रतिदिन रक्ताल्पता दूर करने के लिए दें । इसे पिलाते रहने से बच्चे मोटे-ताजे और ताकतवर हो जाते हैं और उनका वजन बढ़ जाता है ।
स्ट्रेसकैप्स (Stress CAps Capsule) (सायनेमिड कंपनी) – इन कैप्सूलों में भी कई विटामिन हैं। इसमें B1 की मात्रा एक कैप्सूल में 10 मि.ग्रा होती है ।
मात्रा – वयस्कों को एक कैपसूल प्रतिदिन खिलायें ।
बेनालजिस टैबलेट (Benalgis Tablet) – विटामिन B1 पदार्थ से निर्मित औषधि टिकियों के रूप में प्राप्त हैं । रोगी को एक टिकिया दिन में तीन बार सेवन करायें । यह स्नायु शूल, पेशी-शोथ व मांसपेशियों के दर्द में लाभकारी है।
नोट – इसी फर्म द्वारा द्वारा निर्मित Beneuron के नाम से भी कैप्सूल बाजार में उपलब्ध है। यह एक कैप्सूल दिन में दिन बार या आवश्यकता अनुसार दें। बेटाविआन (मर्क) के नाम से यह औषधि टिकियों के रूप म भी उपलब्ध हैं ।
विटामिन बी2 से बनी औषधियाँ
इस विटामिन की प्राय: अकेले योग की पेटेण्ट औषधियाँ नहीं मिलती हैं वरन् B1 एवं B12 इत्यादि में मिली हुई (सम्मिलित) औषधियाँ ही बाजार में उपलब्ध हैं।
बेटोनिन (Betonin) – इसमें विटामिन B2 के अतिरिक्त B1, B6, निकोटिनामाइड, पेन्थेनाल B12 भी सम्मिलित रहता है। यह एलिक्जर के रूप में प्राप्त है, जो बी. कॉम्प्लेक्स की पूर्ति के लिए भूख की कमी दूर करने हेतु और दुर्बलता नाशक श्रेष्ठ औषधि है । वयस्कों एवं 12 वर्ष से ऊपर की आयु के बच्चों को 10 मि.ली. 6 से 12 वर्ष तक के बच्चों को 5 मि.ली. तथा 1 से 5 वर्ष तक के बच्चों को 2.5 मि.ली. दिन में 3 बार अथवा आवश्यकतानुसार पिलायें ।
बिबीनाल फोर्ट विद विटामिन सी (एलेम्बिक कंपनी) – इसमें B1, B2, B6, नियासिनामाइड, कैल्शियम, पेण्टोथिनेट और विटामिन सी मिला हुआ है और यह कैप्सूल के रूप में उपलब्ध है । यह विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और विटामिन सी की कमी में लाभप्रद है। यह स्नायविक तनाव तथा मानसिक क्षोभ में भी गुणकारी है । एक कैप्सूल दिन में एक बार अथवा आवश्यकता पड़ने पर दिन में दो बार दें ।
इले-बी (Ele-B) (यू. एस. बी. एण्ड पी. कम्पनी) – इस योग में विटामिन B2 के साथ विटामिन B1, B6, B12, नियसिनामाइड, कैल्शियम पेण्टोथिनेट, आइनोसिटाल, यीस्ट और साइट्रस सम्मिलित रहता है। इस नाम से कैप्सूल, इन्जेक्शन और सीरप उपलब्ध है। यह विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की कमी से होने वाले रोग, रक्ताल्पता और दुर्बलता में गुणकारी है ।
एक कैप्सूल प्रतिदिन या 2.5 से 5 मि.ली. की मात्रा में सीरप दिन में दो बार अथवा 1 मि.ली. का मांस में धीरे-धीरे इन्जेक्शन लगायें । जब तक कि तीव्रावस्था दूर न हो जाये, ऐसा 1 मि.ली. का सप्ताह में 2-3 बार इन्जेक्शन लगायें ।
विटामिन B3 (Vitamin B3) की पेटेण्ट औषधियाँ
विटामिन B3 को विभिन्न नामों से जाना जाता है। Nicotinic Acid (निकोटिनिक एसिड), P. P. Factor (पी. पी. फैक्टर), Nicotinic Acid Amide (निकोटिनिक एसिड एमाइड), Nicotinamide (निकोटिन एमाइड), Niacin (नियासिन) और Vitamin G इत्यादि।
इस विटामिन की कमी हो जाने पर विभिन्न प्रकार के मानसिक दोष, नाड़ी संस्थान की कमजोरी, हाज्मा की खराबी, चर्म शोथ और स्मरण शक्ति में कमी आदि रोग उत्पन्न हो जाते हैं । इसके अतिरिक्त इसकी कमी से आँखों के सामने भिन्न-भिन्न आकार के दिखाई देने लगते हैं । कई प्रकार के स्नायु-शोथ हो जाते हैं ।
इसके प्रयोग से सल्फा ग्रुप की और एन्टी बायोटिक औषधियों से उत्पन्न विषैले प्रभाव जैसे – बेचैनी, जी मिचलाना, कै, शरीर पर नीले रंग के धब्बे आदि पड़ जाना, दूर हो जाते हैं। यह विटामिन बूढ़े कमजोर और शराबियों की मानसिक खराबियों के लिए अत्यन्त ही लाभकारी है ।
निकोटिनिक एसिड और निकोटिनामाइड की 50 मि.ग्रा. (प्रति) मात्रा के अनुसार अधिक से अधिक 10 मात्रायें प्रतिदिन दी जा सकती हैं । शिरा द्वारा इन्जेक्शन के रूप में 50 से 500 मि.ग्रा. नार्मल सैलाईन में घोलकर इन्जेक्शन लगाया जाता है । स्वास्थ्य रक्षा के लिए 10 से 20 मि.ग्रा. तक इसका प्रयोग कराया जाता है ।
पेलोनिन Pelonin tablet (ग्लैक्सो कंपनी) – यह निकोटिनिक एसिड का पेटेण्ट नाम है । यह औषधि पैलाग्रा और उससे उत्पन्न कष्ट जैसे दस्त आना, मसूढ़े, ओष्ठ और जीभ का पक जाना और चर्म रोगों के लिए बहुत ही लाभदायक है । सिर चकराना, मानसिक कष्ट दूर करने के अतिरिक्त शराब पीने की बेहोशी को भी दूर करता है । उपरोक्त रोगों में -100 से 500 मि.ग्रा. तक प्रतिदिन खिलाई जाती है । 50 और 200 मि.ग्रा. की टिकिया बिकती है ।
इसी औषधि के दूसरे पदार्थ निकोटिनामाइड को पेलोनिन अमाईड (Pelonin Amide) के पेटेण्ट नाम से इसी कम्पनी अर्थात् ग्लैक्सो ने तैयार कर बाजार में उपलब्ध किया है । निकोटिनामाईड पुराने दस्त, अन्तड़ियों की कमजोरी के कारण भोजन का न पचना, पुरानी संग्रहणी, चर्म में शोथ और खुजली, मस्तिष्क की अत्यधिक कमजोरी, पागलों जैसी अवस्था, मुँह और जीभ में शोथ, घाव और छाले, शराब के विषैले प्रभाव, कान बजना, सिर चकराना इत्यादि में अत्यन्त लाभप्रद औषधि है। इस औषधि को ‘पेलोनिन अमाईड’ के नाम से खरीद कर प्रयोग करायें । यह 1-2 टिकियों की प्रतिदिन की वयस्क रोगी की मात्रा है ।
विटामिन B12 की पेटेण्ट औषधियाँ
मैक्राबिन (Macrabin) (ग्लैक्सो कंपनी) – यह 50 मि.ग्रा. की टिकिया और इसी नाम से तरल (सुगन्धित और स्वादिष्ट) के रूप में उपलब्ध है । छोटे बच्चे जो विटामिन B12 की कमी के कारण दुबले-पतले हैं, उनका वजन आयु के अनुसार कम है, उनको यह विटामिन (औषधि) मोटा और ताकतवर बनाकर वजन बढ़ाती है। बच्चों के अतिरिक्त बड़ों की भी शारीरिक दुर्बलता को दूर कर उन्हें हृष्ट-पुष्ट बनाती है। रोगों के बाद बच्चों को चुस्ती-फुर्ती प्रदान करती है। कमजोरी के कारण बच्चों को भूख कम लगना और सुस्ती को दूर करती है । गर्भवती और दुग्धपान कराने वाली स्त्रियों के रक्ताल्पता में भी उपयोगी है । इसकी 1-2 टिकिया दिन में तीन बार खिलायें, अथवा एक से दो छोटे चम्मच भर औषधि दिन में दो बार पिलायें ।
नोट – यह औषधि इन्जेक्शन लगाने पर अधिक लाभ पहुँचाती हैं। इन्जेक्शन भी इसी नाम से उपलब्ध है।
गर्भवती स्त्रियों, शिशुओं को दुग्धपान कराने वाली स्त्रियों तथा अधिक समय तक दस्त आते रहने वाले, अधिक रक्त निकल जाने वाले रोगियों को दी जाती है । भोजन शरीरांश न बनने आदि कारणों से रक्ताल्पता या क्षय रोग में वजन गिरते जाना और शरीर कमजोर हो जाना, संग्रहणी, घी, मक्खन आदि हज्म न होने से शरीर में रक्त घट जाने से रक्त में लाल कणों की कमी होना, मानसिक और शारीरिक कमजोरी में अन्य कोई भी औषधि B12 के इन्जेक्शनों का मुकाबला नहीं कर सकती है।
250 से 500 माइक्रोग्राम के सप्ताह में दो या तीन बार मांस में इन्जेक्शन लगायें। बड़ी अन्तड़ियों में घाव, सूजन होने पर 100 माइक्रोग्राम का एक इन्जेक्शन सप्ताह में एक बार लगायें ।
मैक्राफोलिन (Macrafolin) (ग्लैक्सो कंपनी) – टिकियों, तरल (पेय) और इन्जेक्शन के रूप में बाजार में उपलब्ध है। यह औषधि विटामिन B12 और फोलिक एसिड से बनाई गई है । पुराने दस्तों, संग्रहणी एवं गर्भ के कारण शरीर में रक्त कम हो जाना, भोजन शरीरांश न बनना, विटामिन बी कम हो जाने के कारण शरीर में रक्त कम हो जाना, विटामिन बी कम हो जाने से जीभ सूज जाना, जीभ के घाव और छाले, अजीर्ण, अन्तड़ियों की कमजोरी, पुराने दस्त, यकृत शोथ आदि रोगों में बहुत ही गुणकारी है।
इसकी 2 से 4 टिकिया अथवा दो या तीन छोटे चम्मच प्रतिदिन भोजन से पूर्व 2-3 मात्राओं में बाँटकर दें। रोग को शीघ्र दूर करने के लिए गर्भवती, दूध पिलाने वाली स्त्री या रोगी के शरीर में रक्त की बहुत अधिक कमी होने एवं पुराने दस्तों में 1 मि. ली. का इन्जेक्शन प्रतिदिन या एक दिन छोड़कर मांस में लगायें। इसकी आयरन युक्त टिकिया और सीरप भी मिलता है, जिसमें फेरस फुमेरेट भी मिला रहता है।
मैक्राबेरिन फ्रीजड्राइड (Macraberin Freeze Dried) (निर्माता : ग्लैक्सो) – यह औषधि टिकियों, फ्रीज ड्राइड, इन्जेक्शन वायल्स और फोर्ट इन्जेक्शन के रूप में उपलब्ध हैं। यह B1 और B12 के संयोग से निर्मित हैं। रक्ताल्पता, पुराने दस्तों, संग्रहणी, दुर्बलता नाड़ी शूल, स्नायु शूल, समस्त शरीर में दर्द, कमर दर्द और अजीर्ण इत्यादि में यह औषधि गुणकारी है । आवश्यकतानुसार 1 से 2 मि.ली. का गहरे माँस में (चूतड़ में) दिन में 1-2 बार इन्जेक्शन लगायें । मुख द्वारा 1 से 2 टिकिया दिन में 1 या 2 बार खिलायें ।
विटामिन B1, B2, B6, B12 के मिश्रित पेटेण्ट योग
न्यूरोट्रैट | Neurotrat | जर्मन रेमेडीज | इन्जेक्शन, कैप्सूल |
न्यूरोबियोन | Neurobion | मर्क | इन्जेक्शन व टिकिया |
न्यूरोप्लान 12 | Neuroplan 12 | कैडिला | इन्जेक्शन तथा फोर्ट इन्जेक्शन |
न्यूरोप्लान 12 | Neuroplan 12 | खण्डेलवाल | इन्जेक्शन |
ऑप्टीन्यूरॉन टैबलेट | Optineuron | ल्यूपिन | इन्जेक्शन, टैबलेट |
विटन्यूरिन | Vitneurin Injection | ग्लैक्सो | इन्जेक्शन |
माइक्रोडोल फोर्ट | Microdol Forte | माइक्रोलैब्स | टिकिया |
आइलोबान | ILOBAN CAPSULAS | मर्क | इन्जेक्शन |
बीकासूल कैप्सूल | Becosules | फाईजर | कैप्सूल |
पोलीबियोन | Polybion | ई. मर्क | इन्जेक्शन |
मैक्राबेरिन | Macraberin | एलेनवरीज | टिकिया एवं फोर्ट इन्जेक्शन |
तंत्रिका शोथ, तंत्रिका पीड़ा, स्नायविक थकावट, स्नायुशूल, कमर दर्द, दुर्बलता, अशक्ति और कमजोरी इत्यादि में ।
कोबाडेक्स कैप्सूल और बीकासूल कैप्सूल विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और विटामिन सी की कमी वाली अवस्थाओं में लाभप्रद है। कैप्सूल को प्रतिदिन एक की मात्रा में, टिकिया प्रतिदिन एक या दो अथवा आवश्यकतानुसार और इन्जेक्शन गहरे मांस में अथवा शिरा में, गहरे मांस में सप्ताह में 2-3 बार लगायें ।