इस पोस्ट में हम carica papaya होम्योपैथिक दवा के लाभ और उपयोग के बारे में जानेंगे।
Carica papaya एक इंडियन होम्योपैथिक मेडिसिन है। इसके लक्षण और प्रूविंग इंडिया में ही हुई है। Carica papaya पपीता से बनाया जाता है जोकि पेट के लिए बहुत अच्छी होती है।
Carica papaya सबसे अच्छा काम लिवर पे करती है और हमारे पाचन शक्ति को अच्छा कर भूख को बढाती है। Carica papaya शरीर में ब्लड प्लेटलेट्स को बढ़ाने का भी काम करती है।
Carica papaya के लक्षण
- इस मेडिसिन के सबसे पहला लक्षण है की हमें भूख नहीं लगती।
- बार-बार शौच के लिए जाना पड़ता है और मल थोड़ा-थोड़ा निकलता है।
- इस दवा के लक्षण में हमारे मल के साथ बिना पचे हुए फूड भी मिले रहते हैं।
- पीलिया और उसके लक्षण में उत्तम दवा।
- फैटी लिवर में अच्छा काम करती है।
- स्प्लीन एनलार्ज ( Enlarged Spleen ) में अच्छा काम करती है।
- अगर जीभ पे सफेद परत जैसा पड़ा हो तो भी ये दवा का उपयोग उत्तम रहता है।
- जिन्हे दूध पसंद नहीं होता उनके लिए ये दवा उपयोगी है।
- महिलाओं के अगर पीरियड्स बिलकुल न आये तो इस दवा के प्रयोग से आने लग जाते हैं।
Disease and doses of carica papaya
पीलिया हो तो carica papaya बहुत ही उपयोगी है, पीलिया में carica papaya mother tincture की 20 बून्द आधे कप पानी में दिन में 3 बार लें और carica papaya 200पोटेंसी में 2 बून्द दिन में 3 बार लें।
अगर खाना पचता नहीं है तो carica papaya mother tincture की 20 बून्द आधे कप पानी में दिन में 3 बार लें। एक महीने तक लगातार लेने से अपच या न पचने की बीमारी ठीक हो जाएगी।
Enlarged Spleen में carica papaya mother tincture की 20 बून्द आधे कप पानी में दिन में 3 बार लें।
किसी भी प्रकार के Hepatitis के केस में carica papaya mother tincture की 20 बून्द आधे कप पानी में दिन में 3 बार लें, बहुत ही अच्छे रिजल्ट मिलेंगे।
डेंगू या किसी भी कारण अगर ब्लड प्लेटलेट्स कम हो जाये तो carica papaya mother tincture की एक चम्मच एक गिलास पानी में घोल कर दिन में 3 बार लें।
नोट – प्रेग्नेंसी के समय इस दवा का उपयोग बिलकुल न करें।