(1) थकावट तथा कमजोरी दूर करने की दवा – चिनिनम आर्सेनिकम दवा कुनीन और आर्सेनिक से बनती है। कुनीन से बनने के कारण कई लोग इसका उच्चारण ‘चिनिनम’ की जगह ‘किनिनम’ भी करते हैं। थकावट तथा कमजोरी इसका विशेष-लक्षण है। वैसे तो होम्योपैथी में टॉनिक नाम की कोई चीज नहीं है। व्यक्ति की जो ‘धातुगत-औषधि’ (Constitutional drug) हो, वही उसके लिये टॉनिक का काम करती है क्योंकि वह व्यक्ति के एक रोग को ही नहीं दूर करती, वह उसकी जीवनी-शक्ति को जगाती है। टॉनिक का काम भी जीवनी-शक्ति का जागरण ही है। परन्तु थकावट तथा कमजोरी के लक्षणों में चिनिनम आर्स का प्रयोग टॉनिक की तरह से भी किया जाता है। डिफथीरिया, मलेरिया, स्नायुशूल आदि रोगों में जब रोग लम्बा हो जाता है, रोगी शीघ्र स्वास्थ्य-लाभ नहीं करता, तब इस औषधि से लाभ होता है।
(2) दमे के समय-समय पर दौर – दमे के दौर जो समय-समय पर पड़ते हैं, जिन से रोगी नितान्त असमर्थ तथा बलहीन हो जाता है, उनमें इस औषधि से लाभ होता है।
(3) अनिद्रा – स्नायु-सम्बन्धी कारणों से नींद न आती हो, तो 6 शक्ति की चिनिनम से लाभ होता है। यह अनिद्रा विशेषकर मध्य-रात्रि से पूर्व होती है।
(4) शक्ति – 3, 6, 30, 200