[ Lily of the Valley ] – यह औषधि तालाब में पैदा होने वाले कमल जाति के एक तरह के फूल से बनायी जाती है जिसको लिलि आफ दि वैली (lily of the valley) कहते हैं। इसकी प्रधान क्रिया हृत्पिण्ड पर होती है। विष की मात्रा में सेवन करने से हृत्पिण्ड की क्रिया में गड़बड़ी, वमन और हिमांग पैदा हो जाता है, थोडी या सुक्ष्म मात्रा से-नाड़ी की तेज गति धीमी हो जाती है, पेशाब का परिमाण बढ़ जाता है और फेफड़े की कमजोरी दूर होकर समूचे श्वासयंत्र की क्रिया बढ़ जाती है।
हृदय की बीमारी – हृदयावरणो का प्रदाह और उसके साथ लेट कर श्वास न ले सकने का कष्ट ऐसा लगता है जैसे दिल सारी छाती में धड़क रहा हो। जरा सा परिश्रम करने से हृदय कांपने लगता है, लगता है जैसे हृदय की धड़कन बन्द हो गई हो और फिर एकाएक शुरू हो गई हो। अधिक तम्बाकू पीने या खाने के फलस्वरूप, सिगरेट पीने से होने वाला ह्रदय रोग। नाड़ी की चाल बहुत तेज और अनियमित।
स्त्री – योनि और पेशाब की नली में कुटकुटाहट और खुजलाहट का होना। जरायु में दर्द, जिसकी वजह से जोर-जोर से कलेजा धड़कना और कलेजे में उथल-पुथल होना, कमर के नीचले भाग के जोड़ों में दर्द, जो नीचे टांगो तक फैल जाता है।
पेशाब की बीमारी – मूत्राशय में मन्द-मन्द दर्द ऐसा लगता है जैसे मूत्राशय फूल गया हो। रोगी बार-बार और जल्दी-जल्दी पेशाब करता है। पेशाब में दुर्गन्ध आती है, पेशाब कम मात्रा में होता है, रोगी के शरीर पर सूजन आ जाती है। वह सो नही सकता।
सम्बन्ध – डिजिटेलिस, क्रेटिगस, लिलियम से तुलना करो।
मात्रा – Q से 3 शक्ति धड़कन सम्बन्धी लक्षणों में मूलार्क।