यह ज्वर दिन में काटने वाले मच्छर से होता है। इसे हड्डीतोड़ बुखार भी कहते हैं । इसमें शरीर की हड्डियों, सिर, कमर आदि में दर्द के साथ बुखार चढ़ता है ।
यूपेटोरियम पर्फ 200, 1M – पहले दिन यदि 9 बजे, दूसरे दिन दोपहर दवा दी जाती है। इसकी उच्चशक्ति को सप्ताह में एक बार देने से लौटकर आने वाला मलेरिया व डंगू ज्वर का आक्रमण दुबारा नहीं होता । डंगू ज्वर में अत्यधिक दर्द की अवस्था में रसटॉक्स 30 भी दी जा सकती है परन्तु यूपेटोरियम पर्फ को देना कदापि न भूलें ।
डेगू ज्वर में जब बुखार अधिक हो – पाइरोजिनियम 30 – डंगू ज्वर में जब बुखार अधिक हो तब इसका दो-दो घण्टे के अन्तर से प्रयोग करना चाहिये, इससे दर्द व बुखार का तापमान कम होने लगता है ।
डेगू प्रतिषेधक – यूपेटोरियम पर्फ 200 सप्ताह में एक बार और पाइरोजिनियम 30 दिन में दो बार, जब तक डेंगू का संक्रामक प्रकोप फैला हो, देते रहें।
ओसिमम सैंक्टम Q तथा एजाडिरेक्टा इण्डिका Q – इन दोनों को आपस में मिलाकर प्रतिदिन सुबह या शाम, केवल एक मात्रा लेते रहने से इसके प्रभाव से मच्छर नहीं काटते हैं या काट भी लेते हैं तो शरीर में डंगू के वायरस पनपते नहीं हैं ।