इस पोस्ट में हम फैटी लिवर होने के कारण, लक्षण और उसके ठीक करने की होम्योपैथिक दवा के बारे में जानेंगे।
लिवर हमारे बॉडी का एक महत्त्वपूर्ण अंग है और बॉडी की सबसे बड़ी ग्रंथि है। लिवर के द्वारा पित्त का निर्माण होता है और यही पित्त वसा को तोड़ने में मदद करता है। कभी-कभी लिवर की कोशिकाओं में वसा की मात्रा अनावश्यक रूप में बढ़ जाती है जिसे हम फैटी लिवर के नाम से जानते हैं। यह एक गंभीर समस्या है जिसका तुरंत इलाज करना आवश्यक होता है। अधिक मात्रा में शराब, तेल और माँसाहारी भोजन इस समस्या का मुख्य कारण है।
फैटी लिवर के लक्षण ( fatty liver symptoms )
फैटी लिवर के शुरुआती समय में कोई खास समस्या नजर नहीं आती है, परन्तु बाद में इसके कुछ खास लक्षण सामने आते हैं। अचानक भूख में कमी, सुस्ती, पेट दर्द होना, मितली आना, शारीरिक भार का कम होते जाना जैसी समस्या देखने को मिलती है। पेट में दर्द और भूख की कमी खास कर दिखाई देती है। यह समस्या आमतौर पर 40 से ऊपर उम्र के लोगों में ज्यादा देखने को मिलता है। फैटी लिवर कारण लिवर में सूजन और उसके कार्य करने की क्षमता घट जाती है। इससे पीलिया रोग भी हो सकते हैं।
फैटी लिवर के कारण ( causes of fatty liver )
- अधिक शराब का सेवन करना इसका मुख्य कारण है। शराब से लिवर पर फैट जम जाता है, शराब लिवर में सूजन पैदा कर उसके कार्य करने की शक्ति को कम कर देता है।
- इसका एक मुख्य कारण अनुवांशिक भी है। जिसके माता या पिता को यह दोष रहता है उसे भी फैटी लिवर होने की सम्भावना बहुत बढ़ जाती है।
- मोटापा, मधुमेह से पीड़ित लोग, कोलेस्ट्रॉल की अधिकता भी इसका एक प्रमुख कारण है।
- कुछ दवाएं जैसे एस्पिरिन का ज्यादा सेवन करने, ज्यादा स्ट्रॉन्ग एंटीबायोटिक लेने, गर्भवती स्त्रियों के हॉर्मोनल परिवर्तन के कारण भी फैटी लिवर की समस्या फ़ायदा हो जाती है।
- ज्यादा तला-भुना खाना खाने, तेल का सेवन ज्यादा करने, ज्यादा आयरन का सेवन, माँसाहारी भोजन का नित्य सेवन करने से लिवर पर फैट अधिक एकत्रित हो जाता है।
फैटी लिवर का होम्योपैथिक दवा
( Homeopathic medicine for fatty liver )
Nux Vomica 30 – यह फैटी लिवर की बहुत अच्छी मेडिसिन है। अगर शराब बहुत पीते हैं, तेल-मसाले का सेवन ज्यादा करते हैं, रात की नींद कम ले पाते हैं, शारीरिक परिश्रम बिल्कुल नहीं करते और इन सब कारणों से फैटी लिवर की समस्या हुए है तो Nux Vomica 30 की दो बून्द रात में सोने से पहले जीभ पर टपकना है। यह मेडिसिन अपच, गैस, कब्ज में भी बहुत लाभ करता है।
दूसरी मेडिसिन एक कॉम्बिनेशन है जिसे हमें तैयार करना है।
इसमें पहली दवा है chelidonium majus q, यह दवा लिवर के कोशिकाओं को बढ़ाने और उन्हें अच्छा करने का काम करता है। यह लिवर में जमे हुए फैट को हटाने का काम करता है।
दूसरी मेडिसिन है chionanthus virginica q, यह दवा भी लिवर में जमे हुए फैट को खत्म करने का काम करता है।
तीसरी दवा है phytolacca berry q, यह दवा फैट सेल को हटाती है और मोटापा कम करने का कार्य करती है।
इन तीनों मेडिसिन को मिलाकर आप फैटी लिवर की अच्छी मेडिसिन बना पाएंगे। इसके लिए एक 100ML की खाली बोतल होम्योपैथिक स्टोर से ले लें। ऊपर बताये तीनों दवाओं को 30ML वाला ही खरीदें। अब तीनों दवा को 100ML की खाली बोतल में भर लें। इसे एक मिनट हिलाएं और आपकी दवा तैयार हो जाएगी। इस बनाए हुए दवा की 20 बून्द आधे कप पानी में डालकर दिन में 3 बार सेवन करना है।
Natrum phosphoricum 12x – यह भी लिवर की बहुत अच्छी दवा है। इसे पीलिया रोग में भी दिया जाता है। इस मेडिसिन की 4-5 गोली दिन में तीन बार मुँह में लेकर चूसना है।
सभी दवा के इस्तेमाल से फैटी लिवर पूरी तरह ठीक हो जाएगा। खाने पीने में तेल-मसाले का सेवन कम से कम करें और शराब का सेवन पूरी तरह बंद कर दें।