इग्नेशिया 200 – नवीन मानसिक-अवसाद अर्थात् मैलेन-कोलिया रोग का कारण यदि भय, शोक, चिन्ता, निराशा अथवा कोई उद्वेग हो तो यह औषध बहुत लाभ करती है। ऋतुकाल बन्द हो जाने के कारण स्त्रियों की म्लान-चित्तता में भी यह हितकर हैं ।
कैल्केरिया-कार्ब 200 – निराशा एवं दु:ख के कारण उत्पन्न मानसिक-अवसाद एवं कहीं बुद्धि साथ न छोड़ दे – इस बात की खिन्नता के लक्षणों में यह औषध लाभ करती है । इसे हर आठ घण्टे के अन्तर से देना चाहिए ।
आर्सेनिक 30 – शारीरिक अथवा मानसिक-कष्ट के कारण मानसिक-अवसाद, बेचैनी तथा आत्महत्या की प्रबल आकांक्षा में हितकर है ।
आरम-म्यूर 3x – आत्मघात जैसी खिन्नता, जीवन के प्रति घृणा तथा रोते रहना – इन लक्षणों में हितकर है ।
आरम मेट 3x – आरम-म्यूर जैसे लक्षणों में यह हितकर है।
विरेट्रम-ऐल्बम 30 – मानसिक-अवसाद के साथ तन्द्रा, रोगी का मूढ़ की भाँति बैठे रहना, भावी संकट की कल्पना का कष्ट, त्वचा एवं माथे पर ठण्डा पसीना आना, सबसे उपरामता एवं जीवनी-शक्ति का पतन – इन लक्षणों में हितकर है ।
ओपियम 30, 200 – मानसिक-अवसाद के साथ औंघाई एवं कब्ज तथा मन का गिरा-गिरा रहना – इन लक्षणों में प्रयोग करें ।
प्लम्बम 3, 30 – मानसिक-अवसाद के साथ सख्त-कब्ज के लक्षणों में यह भी लाभकर है। इस औषध के रोगी का मल काले रंग का तथा मिट्टी ढेलों की भाँति कठोर होता है।
सल्फर 30 – धार्मिक एवं दार्शनिक विषयों के प्रति चिन्तित बने रहना, स्वयं को धिक्कारते रहना, बिस्तर की गर्मी से रोग की शिकायत बढ़ जाना तथा स्नान आदि न करना – इन लक्षणों में लाभकर है ।
सिमिसिफ्यूगा 3 – यह स्त्री रोगों की मुख्य औषध है। अत्यधिक मानसिक अवसाद, बेचैनी, नींद न आना, सर्वत्र अँधेरा दिखाई देना, आत्मघात की इच्छा, अनियमित ऋतुस्राव, ऋतुस्राव होने से पहले दर्द होना, डिम्ब-ग्रन्थियों में दर्द तथा युवती-स्त्रियों के चेहरे पर दाग-धब्बे पड़ जाना – इन लक्षणों में हितकर है।
प्लैटिना 6x, 30 – यह भी स्त्री-रोगों की श्रेष्ठ औषध है। रोगिणी का स्वयं को बड़ा तथा दूसरों को तुच्छ समझना, अन्य लोगों को छोटे स्तर में देखना, शरीर के विभिन्न अवयवों का सुन्न तथा ठण्डा पड़ जाना, प्रसव के बाद चित्त में म्लानता तथा शारीरिक रोग के हट जाने पर मानसिक-अवसाद के लक्षणों के यह औषध लाभ करती है।
मानसिक आघात ( Mental Shock )
विरेट्रम-ऐल्बम 30 – किसी बात से मानसिक-आघात लगने पर शरीर तथा माथे से ठण्डा पसीना छूटने के लक्षणों में हितकर है।
ऐकोनाइट 3, 30 – भय अथवा आतंक के कारण पैदा हुए मानसिक आघात में जब जीवनी-शक्ति के पतन के लक्षण दिखाई दें, तब इसका प्रयोग करना चाहिए।
कॉफिया 200 – अचानक ही किसी प्रसन्नतादायक समाचार के मिलने (जैसे लॉटरी का पुरस्कार मिलना आदि) अथवा किसी अप्रत्याशित घटना के घटित हो जाने के कारण उत्पन्न हुए मानसिक-आघात में हितकर है।
कैम्फर 3 – यदि किसी मानसिक-आघात के कारण शरीर बर्फ की भाँति ठण्डा प्रतीत हो, फिर भी रोगी अपने शरीर पर ठण्डा कपड़ा ढँकना पसन्द न करे, शरीर के कपड़ों को भी उतार फेंके तो इस औषध का प्रयोग करना चाहिए।