लकवा बहुत ही आम समस्या है, भारत में हर 40 में से एक व्यक्ति इसका शिकार होता है। हमारे शरीर में बहुत सारी मांसपेशियां होती है और अगर ये मांसपेशियां अपना काम करना बंद कर दे तो उसे लकवा कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर अगर आपके हाथ की कोई मांसपेशी काम करना बंद कर दे तो हाथ काम करना बंद कर देगी। दिमाग की मदद से ही मांशपेशियां काम करती है, अगर दिमाग का कोई हिस्सा काम करना बंद कर दे तो वह मांसपेशियों को सन्देश नहीं दे पाता और मांसपेशियां काम नहीं करती पाती। इसे ही लकवा कहा जाता है।
लकवा के कारण ( Lakwa Ke Karan )
- उच्च रक्तचाप से यह समस्या हो सकती है। अगर रक्तचाप 200/120 से अधिक हो जाए तो दिमाग में रक्तचाप के बढ़ने से दिमाग की कोशिकाओं को यह खराब कर देती है जिससे दिमाग के सेल्स फट जाते हैं जिससे दिमाग काम करना बंद कर देती है और मांसपेशियां काम करना बंद कर देती है।
- दुर्घटना की वजह से भी लकवा हो सकता है, अगर किसी दुर्घटना में सर पर चोट लग गई है तो लकवा की संभावना बढ़ जाती है।
- नसों की बीमारी से भी लकवा हो सकता है। पोलियो की बीमारी से भी यह समस्या हो सकती है साथ ही और भी कई बीमारियां है जिससे लकवा हो जाता है।
लकवा के लक्षण ( Lakwa Ke Lakshan )
- बोलने में समस्या होगी साथ ही एक तरफ का चेहरा, हाथ, पैर या जीभ सुन्न पड़ जायेगा। अगर ऐसी समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाकर रक्तचाप की जांच करानी चाहिए।
- जब लकवा होगा तो वह शरीर के किसी एक हिस्से पर भी हो सकता है और अधिक हिस्सों पर भी। शरीर के उस हिस्से से कुछ भी महसूस नहीं होगा।
लकवा के लिए होम्योपैथी दवाईयाँ
( Homeopathic Medicines For Paralysis )
Arnica 200 :- यह बहुत ही असरदार दवाई है लकवा की समस्या के लिए। अगर आपके दिमाग का कोई नस या सेल्स खराब हो गया है तो उसे ठीक करने के लिए यह बहुत ही असरदार दवाई है। यह दवाई शरीर में खून के संचार को ठीक करती है जिससे लकवा की समस्या कभी न हो। इसकी दो-दो बून्द सुबह एक बार पीना है रोज।
Hypericum 200 :- यह लकवे की समस्या के लिए बहुत ही जरुरी दवाई है। यह दवाई नसों की खराबी को ठीक करती है। यह लकवा की समस्या में नसों में जो खराबी आ जाती है चाहे वह दिमाग की नसे हो या शरीर के किसी अन्य हिस्से की यह सभी को ठीक करती है। इसकी दो-दो बून्द दिन में एक बार दोपहर में लेना है रोज।
Gelsemium 200 :- अगर मांसपेशियां कमजोर हो जाये तो उसे ठीक करने के लिए यह बहुत ही अच्छी दवाई है। अगर आपको लकवा की समस्या लम्बे समय से है तो यह दवाई जरूर ले। इसकी भी दो-दो बून्द लेनी है शाम मे। इसके साथ ही Gelsemium मदर टिंचर की 20 बून्द आधे कप गुनगुने पानी में डाल कर दिन में तीन बार पीनी है। आपको Gelsemium दोनों ही फॉर्म में लेना है अगर लकवा की समस्या है तो। दोनों फॉर्म में लें अधिक प्रभावशाली होता है ऐसा मैंने कई केस में देखा है।
Cocculus Indicus 200 :- यह भी बहुत ही लाभदायक दवाई है लकवा के लिए। जिन्हे शरीर के एक पुरे हिस्से में लकवा हो गया है चाहे वह दाईं तरफ हो या बाई तरफ तो यह दवाई उसे ठीक करने के लिए भी बहुत ही लाभदायक है। इसकी दो-दो बून्द रोज रात में पीनी है।
Kali Phos 6X :- यह नसों के लिए बहुत ही लाभदायक टॉनिक है और लकवा के मरीज के लिए जरुरी दवाई है क्योकि नसों को ठीक करने में मदद करती है जिससे लकवा की समस्या जल्दी ठीक हो जाती है। इसकी छः गोली दिन में तीन बार चूसनी है।
नोट :- ये सभी दवाईयाँ लकवा के मरीज को लेनी है, इसका सेवन लगभग तीन से छः महीने तक करना है और इसे लगातार लेना है जिससे लकवा की समस्या जल्दी ठीक हो जाएगी।