बिच्छू एक विषैला जानवर है जो Orthopods की श्रेणी में आता है। इसके डंक में जहर भरा होता है। यदि बिच्छू काट ले तो यह स्थिति बहुत ही पीड़ादायक होती है। बिच्छुओं की औसतन 1750 प्रजातियां है जिनमे से केवल 25 ऐसे बिच्छू हैं जिनके काटने से लोगों की मौत हो सकती है। भारत में अभी तक बिच्छू के काटने से मरने वाले लोगों की संख्या न के बराबर है, लेकिन बिच्छू का जहर बहुत ही हानिकारक है शरीर के लिए।
बिच्छू के डंक के शरीर पर होने वाले लक्षण
- जहाँ बिच्छू ने काटा है वहाँ पर काफी दर्द व सूजन होना
- उस पूरे स्थान पर जलन होना
- जलन कम होने पर शरीर के उस पूरे हिस्से का सुन्न हो जाना
- घबराहट होना
- हृदय की धड़कन का बढ़ना
- उल्टी व चक्कर आना
- सांस लेने में तकलीफ होना
ये लक्षण लगभर दो से तीन घंटे रहता हैं फिर धीरे-धीरे दर्द काम होने लगता है।
होम्योपैथिक में बिच्छू के डंक के असर को खत्म करने के लिए महत्वपूर्ण दवाइयां
Silicea 200 :- बिच्छू के काटने के बाद तुरंत Silicea 200 की दो बूंद लेनी है। इस दवाई से बिच्छू का जो डंक है वो निकल जायेगा लगभग आधे घंटे के अंदर और जो जहर डंक के कारण शरीर में फैल रहा था वह फैलना बंद हो जाएगा।
Scorpion Bite Combination :- आपको चार दवाइयों का मिश्रण बनाना है। Aconitum napellus 30 CH + Ledum Palustre 30 CH + Hypericum Perforatum 30 CH + Scorpion Dilution 30 CH ।
इन चारों दवाईयों के शरीर पर होने वाले असर इस प्रकार हैं:-
Aconitum napellus 30 CH :- बिच्छू के काटने पर बहुत दर्द होता है साथ ही घबराहट भी होती है और साँस भी फूलने लगती है, इन सभी से बचाव के लिए Aconite बहुत असरदार दवाई है।
Ledum Palustre 30 CH :- किसी भी प्रकार के Pin Point Injury के लिए Ledum Pal बहुत ही असरदार दवाई है।
Hypericum Perforatum 30 CH :- बिच्छू के काटने पर बहुत तेज झनझनाहट, जलन और सुन्न सा महसूस होता है, इन तीनो ही कारणों से Hypericum राहत दिलाता है।
Scorpion Dilution 30 CH :- यह दवाई बिच्छू के जहर को कम करती है, और शरीर में फैलने से रोकती है।
दवा लेने की विधि :- इन चारो दवाइयों को आपको बराबर मात्रा में मिलाना है और Silicea 200 पीने के बाद हर 10 मिनट पर इसका सेवन लगभग 2 घंटे तक करना है। इन दोनों दवाइयों से आपको जल्द ही बिच्छू के डंक से राहत मिलेगा। साथ ही ऊपर लिखे सभी लक्षणों से आराम मिलगा। यह दवाई दर्द में तुरंत आराम देता है, साथ ही जी मिचलाना, जलन होना, उल्टी आना, सूजन होना व साँस फूलना इन सभी लक्षणों से राहत मिलती है इसके सेवन से।