हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के साथ सफेद रक्त कोशिकाएं भी होती है जो रोगों से लड़ने में हमारी मदद करती है। लेकिन कभी-कभी किसी कारणों से यह कम हो जाती है जैसे अगर हम बार-बार एलोपैथी दवाई खाएं तो ये सफेद रक्त कोशिकाएं अपना काम करना भूल जाती है और हम जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं जैसे सर्दी, खांसी, बुखार या जुकाम आदि। ये समस्या बच्चों को अधिक होती है क्योंकि उन्हें शुरू से ही अनेक बीमारियों के लिए एलोपैथी दवाइयां दी जाती है जिससे उनकी रोगप्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। होम्योपैथिक में कई सारी दवाइयाँ हैं जिनके सेवन से बच्चों को ये सर्दी-खांसी की बीमारी जल्दी नहीं होती और अगर हो गई तो जल्दी ठीक हो जाती है। एक दवाई जो सबसे असरदार है इस समस्या के लिए होम्योपैथिक में, उसे बनाने के लिए कुछ दवाइयों को मिलाना होगा।
इस मिश्रण को बनाने के लिए चार होम्योपैथिक दवाइयों का प्रयोग किया जाता है, आपको ये चारों दवाइयाँ खरीदनी है और यह मिश्रण तैयार करना है। ये दवाइयाँ है:-
Echinacea Angustifolia 6 CH :- यह दवाई रोगों से लड़ने की क्षमता को बढाती है। यह WBC Count को भी बढ़ाती है। जब हम बैक्टीरिया के संपर्क में आते है तो यह अपना काम करना शुरू कर देती है। यह दवाई सर्दी, खांसी, बुखार में बहुत ही असरदार है।
Thuja occidentalis 6 CH :- यह दवाई सभी में रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है। यह बच्चो की हाइट बढ़ाने में भी मददगार है। शरीर में कई सारे हार्मोन्स है जिससे इम्यून सिस्टम बढ़ता है, यह दवाई इन सभी हार्मोन्स को बढ़ाने में मददगार है। अगर बच्चो को बार-बार सर्दी, खांसी की समस्या हो रही है तो भी यह दवाई लाभदायक है और यह दवाई त्वचा सम्बन्धी रोगों में भी कारगर है। यह दवाई गैस की समस्या में भी असरदार है।
Allium cepa 6 CH :- बच्चों को बार-बार सर्दी, खांसी, जुकाम या बुखार होता है, एलर्जी की समस्या है तो यह दवाई बहुत ही असरदार है।
Aconitum napellus 6 CH :- यदि बहुत जल्दी बुखार, जुकाम या सर्दी हो जाती है, तो यह दवाई बहुत ही लाभदायक है। यह दवाई निमोनिया के लिए भी बहुत अच्छी है।
दवा बनाने की विधि:- 100ml की सीसी लेकर उसमे इन चारों दवाइयों की 20-20 ml को बराबर-बराबर मात्रा में डालना है और मिला देना है। यह चारों दवाइयाँ आप SBL, WSI या Dr. Reckeweg तीनों में से किसी भी कम्पनी की ले सकते है। याद रखें सभी दवा की पोटेंसी 6 CH में ही लें।
दवा लेने की विधि :- इस मिश्रण की दो बूँद एक चम्मच पानी में मिला कर दिन में दो बार पिलायें। इसका सेवन खाली पेट या खाना खाने के बाद भी कर सकते है। यह दवाई बच्चों के लिए बहुत ही असरदार है, यह दवा बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार है जिससे उन्हें जल्दी जल्दी बीमारियां न हो और इम्यून सिस्टम बना रहे।