Homeopathic Preventive Medicine In Hindi
PREVENTIVES का लक्ष्य स्वास्थ्य और कल्याण की रक्षा करना, बढ़ावा देना, बीमारी, विकलांगता और मृत्यु को रोकना है। इस क्षेत्र में होम्योपैथी दवाएँ चमत्कार कर सकती हैं। कई बीमारियों की रोकथाम के लिए होम्योपैथिक दवाएं बहुत कारगर हैं।
इस लेख में हम प्रतिरोधक अर्थात PREVENTIVES दवाओं के बारे में जानेंगे, दवाओं का अनेक चिकित्सकों ने अनेक बार प्रयोग किया है और वे इस परिणाम पर पहुँचे हैं कि इन दवाओं को रोग का निरोध करने के लिये सफलतापूर्वक दिया जा सकता है और जो दवा रोग के निवारण में दी जानी चाहिये।
अगर उसे रोग का निरोध करने के लिये दिया जाय, तो रोग का आक्रमण नहीं होगा। इसी विचार को सामने रखकर दवाओं को उन-उन रोगों का प्रतिरोधक (Preventive) समझा जाता है क्योंकि रोग के आक्रमण होने पर इन औषधियों से रोग ठीक हो जाते हैं।
यहाँ हम कुछ रोग और उसके प्रतिरोधक दवाओं की चर्चा करेंगे, कि अगर आपके आस-पास किसी को रोग हुआ है और आप चाहते हैं कि आपको या परिवार के दूसरे सदस्यों को वह रोग न हो तो आप बताये गए दवाओं का सेवन कर सकते हैं :-
रोग से बचाव की होम्योपैथिक दवा
(1) Small pox – Variolinum 30 ( दिन में 2 बार, बीच में Sulphur 30 की मात्रा) या Antimonium crud 6
(2) Scarlet fever – Belladonna 30
(3) हैजा (Cholera) – Cuprum Met 30; Camphor 30; Veratrum Album 30 (दिन में एक बार)
(4) बार-बार जुकाम होना (Coryza) – Iodium Q की 8-10 बून्द दिन में 3 बार
(5) Appendicitis – Psorinum 200
(6) पथरी (Calculus) – Urtica Urens Q (प्रतिदिन 10 बंद दिन में 2 बार); Calcarea renalis 3x (दिन में 2 बार); China 30 (डॉ० फ़ैरिंगटन लिखते हैं कि इसकी एक मात्रा 2 मास तक प्रतिदिन देनी चाहिये)।
(7) डिप्थीरिया (Diphtheria) – Diphtherinum 200 या Kali Mur 6x
(8) पथरी का दर्द (Gall stone colic); China 6x दस दिन तक, फिर हफ्ते में 1 बार China 6x लेते रहने से रोग की प्रवृत्ति जाती रहती है।
(9) Influenza – Tuberculinum 200, Arsenic 6
(10) सविराम-ज्वर-मलेरिया (Malaria) – Leptandra 3 ch
(11) Mumps – Parotidinum 30 (दो मात्रा प्रति दिन)
(12) Polio – Gelsemium 3; Lathyrus 3 ch
(13) Tonsil – Baryta Iodatum 3x
(14) Whooping cough – Drosera 30 या Pertussin 30
(15) समुद्री जहाज पर जी कच्चा होना (Sea sickness) – Tabacum 30
(16) दिमागी बुखार (Meningitis) – Belladonna 3
(17) Yellow fever – Ars Alb 3x
(18) Hay-fever – Lachesis 30 या Ars Iod 3x
(19) Gout – Fragaria 30 को एक सप्ताह तक प्रतिदिन 3 बार दें
(20) Cataract – कैलकेरिया 12x की 4 गोलियाँ सुबह, कैल्केरिया फॉस 12x की 4 गोलियाँ शाम को, नेट्रम म्यूर 12x और सिलिसिया 12x – प्रत्येक 4 गोलियाँ रात को भोजन के बाद, काली फॉस 12x की 4 गोलियाँ सोते समय – एक सप्ताह के लिए
(21) दंत क्षय और मसूड़े की सूजन – कैल्केरिया रेनैलिस 30 एक सप्ताह के लिए प्रतिदिन दो बार
(22) पित्ताशय की पथरी – Chionanthus 30 एक सप्ताह तक प्रतिदिन तीन बार।