किसी कार्य को सहसा कर बैठने की अदम्य इच्छा का नाम आवेग है । विभिन्न प्रकार के आवेगों में लक्षणानुसार निम्नलिखित औषधियाँ लाभ करती हैं :-
आयोडम 30 – अकारण ही किसी को मारने-पीटने अथवा जान से मार डालने की अथवा किसी वस्तु को नष्ट कर देना अथवा जला डालने या कहीं भाग जाने की अदम्य-इक्छा के लक्षणों में इसका प्रयोग करें।
हाइड्रोफोबीनम 200 – अपने हाथ में छुरा होने पर उसे स्वयं अपने ही शरीर से भोंक लेने की अदम्य-इच्छा के लक्षणों में हितकर है ।
हिपर-सल्फ 30 – नाई द्वारा हजामत बनाते समय, अपने उस्तरे से हजामत बनवाने वाले ग्राहक का गला काट डालने के आवेग का उठना-इस लक्षण में लाभकर हैं ।
आर्सेनिकम 30 – हिपर-सल्फ के लक्षणों में इसका भी प्रयोग किया जा सकता है ।
अर्जेण्टम नाइट्रिकम 3, 30 – नदी अथवा कुंए में छलांग लगाकर डूब जाने का आवेग होने पर इसका प्रयोग करें ।
आस्टि-लैगो 3 – आर्ज-नाई के लक्षणों में इसे भी दे सकते हैं ।
आरम-मेट 30 – ऊँचे मकान की छत अथवा खिड़की से नीचे कूदकर आत्म-हत्या कर लेने का प्रबल आवेग तथा इन विचारों में निरन्तर घिरे रहना, आत्महत्या का प्रयत्न भी करना ।
नक्स-वोमिका 30 – आरम-मेट के अनुसार आवेग होते हुए भी रोगी में आत्महत्या करने का साहस नहीं होता, केवल आत्महत्या की चर्चा ही करता है ।