होठों के विभिन्न रोगों में लक्षणानुसार निम्नलिखित औषधियाँ लाभ करती हैं:-
होठों का फटना
पेट्रोलियम 6 – मुंह के दोनों किनारों से होठों के फटने पर इसे प्रति 6 घण्टे बाद दें ।
नेट्रम-म्यूर 6 – होठों के बीच में से फटने पर, इसे प्रति 6 घण्टे के बाद दें।
ग्रैफाइटिस 6 – होठों के फटने तथा दर्द होने पर, इसे प्रति 6 घण्टे बाद दें ।
होठों का कैंसर
होठों के कैंसर में निम्नलिखित औषधियों में से किसी एक का प्रयोग करके देखें :-
क्लैमेटिस इरेक्टा Q, 3, 30 – प्रति 4 घण्टे बाद दें ।
आर्सेनिक-ऐल्बम 3 – प्रति 4 घण्टे बाद ।
लाइकोपोडियम 3 – प्रति 4 घण्टे बाद ।
सीपिया 30 – प्रति 4 घण्टे बाद ।
होठों का ट्यूमर
होठों के ट्यूमर में निम्नलिखित औषधियाँ लाभ करती हैं :-
कोनियम 30 – कठोर ट्यूमर में ।
स्टैफिसेग्रिया 30 – कोमल ट्यूमर में।
विशेष – इनके अतिरिक्त लक्षणानुसार निम्नलिखित औषधियों का प्रयोग भी किया जाता है :- आर्सेनिक ऐल्ब, कार्बो-वेज, सल्फर, फास्फोरस तथा साइलीशिया ।
होठों के अन्य कष्ट
होठों के अन्य उपसर्गों में निम्नलिखित औषधियों का प्रयोग करें :-
हिपर-सल्फर 6 – ऊपर के होठ की सूजन में ।
नेट्रम-म्यूर 30 – होंठ के मध्य-भाग में फटाव अथवा होठों पर छाले पड़ जाने पर ।
आर्सेनिक-ऐल्बम 3 – होठों के लाली वाले भाग की समीप की त्वचा का छिलकों में उतरना तथा वहाँ दुखन होना ।