इस पोस्ट में हम अनिद्रा, नींद नहीं आने की समस्या को ठीक करने की होम्योपैथिक दवा की चर्चा करेंगे। होमियोपैथी में अनिद्रा से सम्बंधित सभी दवा और उसके लक्षण को यहाँ बताया गया है। आप अपने लक्षण का मिलान करने बताया गया दवा का सेवन कर सकते हैं।
अनिद्रा क्या है?
अनिद्रा एक सामान्य नींद विकार है। अनिद्रा में आपको सोने में परेशानी होती है। नतीजतन, आपको बहुत कम नींद आ सकती है या खराब गुणवत्ता वाली नींद आ सकती है। जब आप जागते हैं तो हो सकता है कि आप तरोताजा महसूस न करें।
अनिद्रा के प्रकार हैं :-
अनिद्रा तीव्र (अल्पकालिक) या पुरानी हो सकती है। तीव्र अनिद्रा आम है। सामान्य कारणों में काम का तनाव, पारिवारिक दबाव या एक दर्दनाक घटना शामिल हो सकती है। यह आमतौर पर दिनों या हफ्तों तक रहता है।
पुरानी अनिद्रा एक महीने या उससे अधिक समय तक रहती है। पुरानी अनिद्रा के अधिकांश मामले माध्यमिक होते हैं। इसका मतलब है कि वे किसी अन्य समस्या के लक्षण या दुष्प्रभाव के कारण हैं, जैसे कि कुछ चिकित्सीय स्थितियां, दवाएं और अन्य नींद संबंधी विकार। कैफीन, तंबाकू और शराब जैसे पदार्थ भी इसका एक कारण हो सकते हैं।
कभी-कभी पुरानी अनिद्रा प्राथमिक समस्या होती है। इसका मतलब है कि यह किसी और चीज के कारण नहीं है। इसका कारण अच्छी तरह से समझ में नहीं आता है, लेकिन लंबे समय तक चलने वाला तनाव, भावनात्मक परेशानी, यात्रा और शिफ्ट का काम इसके कारक हो सकते हैं। प्राथमिक अनिद्रा आमतौर पर एक महीने से अधिक समय तक रहती है।
अनिद्रा के क्या जोखिम है?
अनिद्रा आम है। यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक बार प्रभावित करता है। यह रोग आपको किसी भी उम्र में हो सकते हैं, लेकिन बड़े वयस्कों में इसके होने की संभावना अधिक होती है। आपको अनिद्रा का अधिक खतरा है यदि आप :-
- बहुत तनाव में है
- उदास हैं या अन्य भावनात्मक संकट हैं, जैसे तलाक या जीवनसाथी की मृत्यु
- कम आय
- रात में काम करने की आदत
- समय परिवर्तन के साथ लंबी दूरी की यात्रा करें
- निष्क्रिय जीवनशैली से
अनिद्रा के लक्षण क्या हैं?
- सोने से पहले बहुत देर तक जागते रहना
- केवल थोड़े समय के लिए सोना
- ज्यादा रात जागना
- ऐसा महसूस होना कि आप बिल्कुल भी नहीं सोए हैं
- बहुत जल्दी उठना
अनिद्रा की होम्योपैथिक दवा और इलाज
आर्स आयोड 30 – सारी रात छटपटाता है, बिल्कुल नींद लगती ही नहीं ।
ब्रोमियम 30 – स्वप्न देखता है, चौंक पड़ता है, जगे रहने पर भी काँपता रहता है ।
कैडमियम 30 – सोता है, साँस बन्द होने की तरह होता है, झटपटा कर उठता है-डर से और फिर नहीं सोता ।
एब्सिन्थियम 30 – दिमाग में रक्त की अधिकता से, टाइफाइड में अनिद्रा ।
डैफ्ने इंडिका 30 – सम्पूर्ण अनिद्रा, कभी-कभी हड्डी में चबाने की तरह दर्द होने के कारण नींद नहीं लगती, नींद के बाद स्वप्न व भय होना ।
कैल्केरिया कार्ब 30 – बिल्कुल नींद नहीं होती, आंख बन्द करते ही डरावनी मूर्ति या स्वप्न देखता है, मामूली शब्द से चौंक उठता है, सारी रात जगा रहता है ।
कॉक्सिनेला 30 – दांत निकलते समय स्नायविक बैचैनी, बिल्कुल ही सो नहीं सकता ।
काक्कूलस 30 – बहुत दिनों तक रात को जगने के कारण अनिद्रावश कोई रोग, वैषयिक चिंता के कारण अनिद्रा ।
कॉफिया 200 – किसी चर्म-रोग की खुजलाहट के कारण अनिद्रा । भविष्य के लिए मन में नाना प्रकार की चिंता व कल्पना के कारण अनिद्रा, बिछावन पे छटपटाना व इस करवट उस करवट बदलना, नींद मानो आँख में आती ही नहीं, स्नायु की उत्तेजना के कारण अनिद्रा, 3 बजे के बाद नींद टूट जाती है और फिर नींद नहीं लगती (उच्च शक्ति 200, सातें समय एक मात्रा, फायदा न होनेपर 2 घन्टे बाद और एक मात्रा) ।
बोरेक्स 30 – सोते समय अचानक चिल्लाकर रोने लगता है, माँ को जकड़कर पकड़ लेता है, मानो स्वप्न में कितना डर गया है, वास्तविक कारण पकड़ में नहीं आता ।
एमोन कार्ब 30 – भूत-प्रेत, मृतको का स्वप्न, निद्रावस्था में सांस रूक कर जग उठता है ।
एक्टिया रेसमोसा 30 – शिशुओ में दांत निकलते समय अनिन्द्रा ।
कोका 30 – नींद आती है, सोता भी है किन्तु स्थर नहीं रह सकता ।
मार्फिनम 30 – अत्यन्त निद्रालु किन्तु नींद नहीं लगती, आधी नींद व आधा जगा रहने-सा भाव ।
फॉस्फोरस 30 – आहार के बाद औंघाई का भाव। जागना जैसा सोना भी वैसा ही, रात-भर में बहुत बार जगता व सोता है ।
सम्बल 30 – दिन के समय निद्रालुता, रात को अनिन्द्रा ।
साइप्रिपेडियम 30 – शिशु दिन में खेलता है, रात को रोता है, कोई भी सो नहीं सकता ।
नक्स मस्केटा 30 – समी रोगों में औंघाईपन, सुस्तीपन, सदैव नींद-नींद सा भाव ।
पल्स 30 – सायंकाल नींद से सुस्त, सोता है, नींद नहीं लगती, छटपटाता है ।
पैसिफ्लोरा Q – अनिन्द्रा की किसी औषधि से फायदा न होने पर (मात्रा 20 बूँद) 1 घंटा अंतर 2 से 3 बार ।
ओपियम 30 – पतली नींद, आँखों में मानो नींद आती ही नहीं, पड़ा रहता है, सोता है- थोड़ा सा भी शब्द होते ही नींद टूट जाती है, बहुत देर बाद तब नींद आती है । रात के प्रारम्भ में अनिन्द्रा – पल्स, रात के अंत में अनिन्द्रा – नक्स वोमिका ।
सल्फर 30 – दिन में औंघाईपन, रात को अनिन्द्रा, नींद से सुस्त ।
हायोसाएमस 30 – शिशुओं की अनिन्द्रा, थोड़ी नींद आते ही थरथरा उठता है, हाथ-पैर काँप चिल्लाकर रोने लगता है, अनिन्द्रा का कोई वास्तविक कारण नहीं मिलता, बिल्कुल नींद नहीं लगती ।
कैलि ब्रोम 30 – नींद में चिल्ला उठता है, थरथराता है, ज्ञान नहीं रहता ।
स्कुटेल्लैरिया लैटेरिफ्लोरा 30 – किसी विषय में मन नहीं लगा सकना, बैचैन, नींद व भयानक स्वप्न, रात को डरना ।
ब्यूटाइरिक एसिड – अनिन्द्रा, सोने पर भयानक स्वप्न
अनिद्रा – बैचैनी के कारण – एकोन, स्ट्रेमो, कैमो, कॉफिया; सांयकाल को – एकोन, कैमो, सिना, फेरम, सोरिन; बिछावन से हट जाता है – आर्स, कैमो, हायोसि; नाना प्रकार की चिंता के कारण – एगारि, कैल्क सल्फ़, वायोला, कॉफिया; अनिद्रा का कुफल – काकु, ऐसिड फ्लोर, लैक डी; दिमाग में रक्तधिक्य के कारण टाइफाइड में अनिद्रा- एब्सिन्थस ।