पूरे शरीर में या शरीर के किसी खास भाग में खुजली का आक्रमण हो सकता है । वदन खुजलाते-खुजलाते आदमी परेशान हो जाता है और कभी-कभी खुजलाते-खुजलाते खून निकल आता है । गलत खान-पान की वजह से, मीठा ज्यादा खाने की वजह से, रक्त-दोष हो जाने पर अथवा गंदे रहने के कारण खुजली हो जाती है।
सल्फर 30, 200- इस दवा को पहले निम्नशक्ति में प्रयोग किया जाता है, रोग में कुछ आराम होने पर उच्चशक्ति की सप्ताह में एक खुराक के हिसाब से इस दवा का सेवन करना चाहिये ।
एकोनाइट 2x, 30- खासकर प्रथमावस्था में दें जब रोग का आक्रमण एकाएक हो और रोग उग्र रूप धारण कर ले ।
रेडियम ब्रोमाइड 30– विद्वान चिकित्सकों के मतानुसार यह दवा भी इस रोग में अत्यन्त लाभप्रद साबित हुई है ।
मेजेरियम 30– खासकर हाथ में अँगुलियों के मध्य के कोमल चमड़े पर अगर खुजली हो जाये और रोगी खुजलाते-खुजलाते वहाँ से खून निकाल दे तो ऐसी अवस्था में इस दवा के प्रयोग से लाभ होता है ।