प्रायः बालों को स्वच्छ न रखने के कारण सिर में जुएँ नमक कीट उत्पन्न हो जाते हैं । ये छोटे छोटे कीट बालों में छुपे रहने के कारण नज़र नहीं आते और वहीँ रहकर यह शरीर से रक्त पीते रहते हैं । इन्हे मार पाना अत्यन्त कठिन हो जाता है और रोगी इनके कारण बहुत परेशान हो जाता है। यहाँ जुओं का एकदम अचूक इलाज़ बताया जा रहा है ।
सिर में जुएं हो जाने का होम्योपैथिक इलाज
सेबाडिला, एजाडिरेक्टा इण्डिका, ओसिमम सैंक्टम – इन तीनो दवाओं के मूल अंको ( Q ) को दो दो ड्राम की मात्रा में ला कर रख लें । फिर 250 ग्राम नारियल का तेल लेकर उसमे ये तीनो दवायें मिला दें। अब इस सारे मिश्रण को अच्छी तरह मिला लें । अब आपका तेल तैयार है । इस तेल को प्रतिदिन बालों की जड़ों में रगड़ रगड़ कर लगाएं । इस तेल को नियमित रूप से लगाने से जुएँ नहीं होंगी और यदि हो गई तो नष्ट हो जायेंगी। साथ ही, लीखें, सिर के चर्म रोग आदि भी नहीं होंगे। इस तेल के प्रयोग से कीड़ों के नाश होता है।
इस तेल में जो दवाएं मिलाई गई है उनमे से ये दो – एजाडिरेक्टा इण्डिका, ऑसीमम सैक्टम क्रमशः नीम और तुलसी से बनाई जाती है। नीम और तुलसी – यह भारत में पैदा होने वाली ऐसी वनस्पतियाँ हैं जो कीटों और जीवाणुओं को आश्चर्यजनक ढंग से नष्ट कर देते हैं।