सभी जानते हैं कि मकरध्वज ताकत बढ़ाने की बहुत ही अच्छी दवा है और इसके इस्तेमाल से हर तरह के रोग दूर होते हैं। यह दवा हार्ट और नर्वस सिस्टम पर बहुत जल्दी असर करता है। इसके इस्तेमाल से शरीर का वजन बढ़ता है, वीर्य बढ़ाने, शीध्रपतन, नपुंसकता और नामर्दी दूर करने की यह उत्तम दवा है।
आयुर्वेद की यह एक श्रेष्ठ औषधि है तथा अनुपात के भेद से यह सर्व रोगहर है। इसलिए अब इसका क्रम तैयार कर होमियोपैथी में भी इसका प्रचलन आरम्भ हुआ है। शिशुओं के श्वास-यंत्र की बीमारी में मकरध्वज शहद के साथ सेवन करने से बहुत बार सर्दी सूख जाकर हँफनी की तरह खिंचाव व सूखी कष्दायक खाँसी की वृद्धि होती है। ऐसी दशा में शिशुओं की सूखी खांसी में – खाँसी रात को बढ़ना व सांस रुक जाने जैसा भाव रहने पर होमियोपैथी मकरध्वज विशेष कार्यशाली होता है। व्यस्क व वृद्धों की उक्त प्रकार की खाँसी में भी इससे फायदा होता है। श्वास यन्त्र की बीमारी में अधिक श्लेष्मा निकलते रहने पर इसका निम्न क्रम फलदायक है। इसके अलावा रोग भोगने के बाद आए दुर्बलता व इन्फ़्लुएन्ज़ा, ब्रोंकाइटिस के बाद यह बहुत लाभ करता है।
शक्ति – 2x, 3x, 30, 200