स्त्रियों के अत्यधिक रक्तस्राव होने में इसकी उपकारिता अधिक है। ऋतुकाल में अत्यधिक स्राव होने के कारण दुर्बल हो जाती है, इसके अलावे थोड़ा-थोड़ा स्राव सदा ही होता है, हिलने-डोलने पर बढ़ना यह भी उसका एक प्रधान लक्षण है। निम्नोदर में दर्द, रक्त का रंग कभी चमकदार लाल, कभी थक्का-थक्का, प्रसव के बाद अत्यधिक रक्तस्राव होना, रक्तस्राव होने के कारण क्रमशः रक्तहीनता, सिर चकराना, कान के अंदर भों-भों शब्द होना, भूख न लगना, अनपचा दस्त साथ प्यास इत्यादि लक्षणों में मेनिस्पर्मम दवा उत्तम लाभ करता है।
क्रम – Q, 3x, 6x शक्ति।