मेथिलीन ब्लू का इस्तेमाल निम्नलिखित रोगों में किया जाता है :-
- मूत्र प्रोटीन
- कैंसर
- यूरिन इन्फेक्शन
- सूजाक
- आधे सिर का दर्द
- किडनी में दर्द
- मलेरिया बुखार
- नसों का दर्द
- नसों की दुर्बलता
- फेफड़ों में पानी भरना व सूजन
- गठिया
- संधिशोथ
- ऐंठन
- रीढ़ की हड्डी में जलन
- पेशाब से पीब आना
- नसों में दर्द होने पर मेथिलीन ब्लू का प्रयोग लाभ देता है।
- नसों की दुर्बलता, शिथिलता, कमजोरी में मेथिलीन ब्लू के इस्तेमाल से मजबूती आती है।
- मलेरिया बुखार में भी इस दवा का इस्तेमाल बहुत फायदा पहुँचता है।
- टायफाइड का बुखार और उसके साथ पेट फूलना, सुस्तीपन और उदासी, रोने का मन करना जैसे लक्षण में मेथिलीन ब्लू का उपयोग अच्छा रहता है।
- शरीर का अचानक कांपना, बहुत सुस्ती होना, आलस से शरीर भर जाना इत्यादि लक्षण में भी मेथिलीन ब्लू का प्रयोग किया जाता है।
- किडनी में दर्द होना और दर्द के कारण बुखार भी हो जाने में इस मेडिसिन को याद करें।
- पेशाब में पीब आना, पेशाब करते समय जलन होना और साथ में जोड़ों में सूजन हो तो मेथिलीन ब्लू के इस्तेमाल से बहुत लाभ प्राप्त होता है।
- गठिया, पीठ का दर्द, साइटिका, जोड़ों में सूजन जैसे लक्षण में भी मेथिलीन ब्लू अच्छा लाभ देता है।
- 2% सॉल्यूशन – पुराने कान के दर्द में ( जब पीब में बहुत बदबू रहती है और 1% जलीय सॉल्यूशन – क्षत, आँखों के कॉर्निया के फोड़े में बाहरी प्रयोग होता है )
क्रम – 3x, 6 शक्ति।