मोटापा एक बहुत बुरी बीमारी है। चिकने पदार्थों के सेवन, शारीरिक परिश्र्म न करने, दिन भर बैठे रहने, लेटे रहने से शरीर में चर्बी की मात्रा बढ़ जाती है। स्त्रियों में अधिक चर्बी बढ़ने से गर्भाशय का मुख बंद हो जाता है जिससे उनके संतान नहीं होती है। पुरुषों में चर्बी बढ़ने से शरीर भारी हो जाता है । अतः चलना फिरना मुश्किल हो जाता है। शरीर में कोई न कोई व्याधि लगी रहती है।
इलाज़ – (1) त्रिफला का चूर्ण दस ग्राम लेकर काढ़ा बनायें और शहद के साथ चाटें।
(2) त्रिफला, त्रिकुटा, चित्रक, चव्य्, काला नमक, वाकुची, सेंधा नमक – प्रत्येक की मात्रा दस-दस ग्राम लेकर कपड़छन कर लें। इसके बाद लौह भस्म पाँच ग्राम लेकर खरल कर लें। इसमें से दो ग्राम चूर्ण प्रातः सायं शहद के साथ सेवन करें। इससे मोटापा, कुष्ट रोग आदि शीघ्र ही दूर हो जाते हैं। इसके साथ चिकने तथा देर से पचने वाले पदार्थों को नहीं खाना चाहिए। यह दवा 40 दिन तक बराबर ली जाये तो मोटापा सदैव के लिए नष्ट हो जाता है।