[ ताजी जड़ से मूल-अर्क तैयार होता है ] – नूफर लूटियम के मुख्य लक्षण हैं :-
- प्रातः काल यानी सुबह होने वाला अतिसार।
- पतले दस्त-शुदा टाइफाइड ज्वर।
- ध्वजभंग और नपुंसकता।
- मल त्यागते समय अनजाने में वीर्य निकलना।
इन चार बीमारियों में ही इस दवा की ज्यादा जरुरत पड़ती है।
अतिसार – बिना किसी तरह के दर्द के पानी-जैसी पतली टट्टी होना और सवेरे 4 बजे से 7 बजे तक उसका बढ़ना – यह इस दवा का विशेष लक्षण है। मल में बहुत बदबू रहती है। टाइफाइड ज्वर के साथ होनेवाले अतिसार में उक्त प्रकार के लक्षण रहने पर इससे बहुत फायदा होता है। सवेरे का अतिसार – सल्फर, सोरियम, नैट्रम सल्फ, एलो, ब्रायोनिया, पोडोफाइलम, रियुमेक्स इत्यादि भी इसकी निर्दिष्ट दवा है।
पुरुषत्वहीनता – कामोद्दीपक बातें करने पर या बहुत थोड़ी उत्तेजना से ही वीर्य निकल जाना, ऐसी समस्या में नूफर लूटियम दवा होता है।
लेने की विधि : नूफर लूटियम मदर टिंचर की 20 बून्द को आधे कप पानी में डाल कर दिन में 3 बार खाना खाने के एक घंटे पहले लें। 20 दिन तक इस्तेमाल करने के बाद दवा लेना बंद कर दें।
क्रम – 1, 3 और 6 शक्ति।