इस मेडिसिन का हिन्दी नाम दुलाल तुलसी है। इसका बीज देखने में तुतमलंगा की तरह होता है, तुतमलंगा फोड़े फाड़ने के लिए और इसका शरबत बहुमूत्र रोग में बड़े आदर के साथ उपयोग होता है। इससे जो औषधि तैयार होती है वह प्रमेह व शुक्रमेह ( स्पर्माटोरिया ) रोग में लाभदायक है।
प्रमेह की प्रथम दशा में, बार-बार पेशाब करना, पेशाब में जलन व पीब निकलना और उसके साथ ज्वर रहने पर इससे फायदा होता है। प्रसव होने के बाद के दर्द में यह व्यवहृत होता है।
क्रम – Q, 3x, 6x शक्ति।