सर्दी लगना , चोट लगना, प्रदाह, कान को कुरेदना, कान में पानी जाना , कान में फुन्सी या जख्म हो जाना आदि कारणों से एक या दोनों कानो में दर्द होने लगता है |
प्लैन्टेगो Q – कान में किसी भी कारण से दर्द होने पर इस दवा की दो – तीन बूँद कान में डालने से दर्द में तत्काल ही आराम होता है | लेकिन कान में फुन्सी या जख्म होने पर यह दवा नहीं डालनी चाहिये |
पल्सेटिला – 200 या कैमोमिला – 200 – किसी भी कारण से कान में दर्द होने पर पहले पल्सेटिला की एक मात्रा दें , थोड़ी देर बाद कैमोमिला की एक मात्रा दें – इस प्रकार कुल दो मात्रा देने पर ही हर प्रकार का कान- दर्द दूर हो जाता है | बच्चों को दोनों दवाएं 30 शक्ति में पर्यायक्रम में दिन में तीन बार देनी चाहिये |
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एकोनाइट- 3x – सूखी ठण्डी हवा लगने , कान कुरेदने , कान में पानी जाने के कारण कर्ण – शूल में लाभ प्रद है | दर्द का असह्य होना, प्रमेह के कारण दर्द होना, दर्द के साथ बुखार आ जाना आदि लक्षणों में विशेष रूप से उपयोगी है |
एपिस मेल 30, 3x – कान में मधुमक्खी के डंक मारने जैसा दर्द होने पर परम उपयोगी है | कान लाल पड़ जाये और जलन भी हो तो भी दें |
आर्निका 30 – कान में चोट लग जाने के कारण दर्द होने पर दें |
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कैप्सिकम 6, 30 – कान में कोई चीज गड़ती-सी महसूस हो , साथ ही दर्द भी हो तो लाभप्रद है |
बेलाडोना 30 – कानों में जलनयुक्त दर्द होने पर उपयोगी है |
फाइटोलक्का 30 – कान में दर्द , कोई भी वस्तु निगलने में दर्द बढ़ जाता हो तो बहुत उपयोगी है |
सल्फर 30, 200,1000 – कुछ भी सुन नहीं पाता , कान के अन्दर एक्जिमा, बहुत खुजलाना, बहरापन,कान में बदबूदार पीब में लाभप्रद है ।
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टेलुरियम Q, 30, 200 – पहले कान में दर्द ,अधिक दिनों से बहता हुआ सडी गंधयुक्त मछली – धोवे जल की तरह पतला पीब निकलना | मूलेन वायल – – पीब होने पर कान में डालें |