[ एक प्रकार के वृक्ष के कच्चे पत्तों से मूल अर्क तैयार होता है ] – यह दवा नई है, और केवल शोथ रोग ( dropsy ) में ही उपयोग होती है। जलोदरी ( ascites ) और साधारणतः समस्त अंग-प्रत्यंग के शोथ और सूजन में यह लाभ करती है।
शोथ रोग में – थोड़ा पेशाब होना, पेशाब बंद होना और श्वास-प्रश्वास लेने-छोड़ने में कष्ट, इन सब लक्षणों में यह और भी ज्यादा फायदा करती है।
क्रम – मदर-टिंचर 2-3 बूँद की मात्रा में पानी के साथ दिन में 4-5 बार लें।