PID, upper genital tract में होने वाला infection और inflammation है, इसमें endometrium fallopian tubes, ovaries, pelvic peritoneum और उसके आसपास के structures आक्रान्त होते हैं। आजकल PID होने का अनुपात दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जिसका मुख्य कारण sexually transmitted diseases है। लगभग 85% महिलाओं में recurrency देखने को मिलती है। कई बार PID, subclinical और asymptomatic भी होती है।
PID के मुख्य लक्षण की चर्चा करते हैं :-
- पेडू में दर्द का लगातार बने रहना
- हल्का-हल्का बुखार रहना, बेचैनी महसूस करना
- अनियमित और अत्यधिक vaginal bleeding होना
- जी मिचलाना, उल्टी होना
- गुप्तांग के आसपास दर्द और खुजली होना
- कई बार यह इन्फेक्शन क्लैमाइडिया और gonococcus bacteria के कारण भी फैलता है जो कि sexually transmitted होता है।
कई अलग जांचों द्वारा भी PID को confirm किया जा सकता है। जैसे :-
- Organism की जांच के द्वारा
- Urethra से Discharge को collect करके
- लेप्रोस्कोपिक technique के द्वारा fallopian tube से pus को collect करके
- ब्लड जांच करके – इसमें leucocyte की value बढ़ी हुई मिलती है। E.S.R की value भी बढ़ी मिलती है।
- U.S.G या Sonography द्वारा
अब PID की होम्योपैथिक दवा की चर्चा करते हैं कि किस होम्योपैथिक दवा से PID की समस्या जड़ से ठीक हो जाती है।
होमियोपैथी से लक्षणो के आधार पर PID इन्फेक्शन को दूर किया जाता है
Sepia 30 – इस दवा का लक्षण है की फेमल बहुत ही irritable temperament की होती है, जिसको वह बहुत चाहती है उन्ही लोगों से मिलना या बात करना उसे नहीं पसंद आता है। Sepia के leukorrhea discharge yellow jem colour के होते हैं और उसमे खुजली भी होती है। Sepia female को ऐसा महसूस होता है जैसे उसके अतरांग बाहर आ जायेंगे और वह हमेशा पैरों को cross करके या समेत कर बैठती है। Sepia में सभी तरह के मासिक अनियमितता देखने को मिलती है। ऐसे लक्षण में Sepia 30 पोटेंसी की 2 बून्द डायरेक्ट जीभ पर दिन में 1 बार कुछ दिन लेने से लाभ हो जाता है।
Kreosotum 30 – Leucorrhoeal discharge इन्फेक्टेड होने के कारण labia में बहुत खुजली और जलन देखने को मिलती है। मासिक स्राव चलने और बैठने पर बंद हो जाता है और लेटने पर फिर से शुरू हो जाता है। ऐसे लक्षण पर Kreosotum 30 पोटेंसी की 2 बून्द डायरेक्ट जीभ पर दिन में 1 बार कुछ दिन लेने से लाभ हो जाता है।
Alumina 30 – leucorrhoea, तीखा, अधिक मात्रा में और transparent होता है जोकि दिन में और मासिक के बाद बढ़ जाता है, ठन्डे पानी से धोने पर कम हो जाता है। Alumina के रोगी को आलू से घृणा हो जाता है। यह रोगी इतना confused mind का होता है कि बोलने और लिखने पर अक्सर गलतियां हो जाती है। ऐसे लक्षण पर Alumina 30 पोटेंसी की 2 बून्द डायरेक्ट जीभ पर दिन में 1 बार कुछ दिन लेने से लाभ हो जाता है।
Natrum mur 30 – अच्छे से खाने-पीने के बाद भी रोगी दुबला-पतला और कमजोर रहता है। जीभ पे ringworm जैसे red patches दीखते हैं। मासिक में अनियमितता देखने को मिलती है। ऐसे लक्षण पर Natrum mur 30 पोटेंसी की 2 बून्द डायरेक्ट जीभ पर दिन में 1 बार कुछ दिन लेने से लाभ हो जाता है।
Pulsatilla 30 – Pulsatilla की tendency changeable type की होती है। Pulsatilla वाली महिला अपनी परेशानी बिना रोये या दुःखी हुए नहीं बताती है। Pulsatilla महिला को मासिक काफी painful होते हैं। कई बार flow watery होता है और कई बार clots देखने को मिलते हैं। Leucorrhoeal discharge में जलन देखने को मिलता है। ऐसे लक्षण पर Pulsatilla 30 पोटेंसी की 2 बून्द डायरेक्ट जीभ पर दिन में 1 बार कुछ दिन लेने से लाभ हो जाता है।
Borax 30 – Leucorrhoea गर्म और अण्डे की सफेदी जैसा होता है। इसके साथ योनि में itching और eczema देखने को मिलता है, और इस कारण प्रेग्नेंसी भी नहीं हो पाती है। यह दवा Period pain में बहुत अच्छा काम करता है। लक्षण मिलने पर Borax 30 पोटेंसी की 2 बून्द डायरेक्ट जीभ पर दिन में 1 बार कुछ दिन लेने से लाभ हो जाता है।
Bovista 30 – Concentration की कमी के कारण यह रोगी जो कुछ भी अपने हाथों में लेता है वह तुरंत हाथों से गिर जाता है। मासिक समय से पहले और अधिक मात्रा में होती है और साथ में बहुत pain भी रहता है।
Inflammation के लक्षण को देखें तो :-
Belladona 30 – lower abdomen में congestion के कारण तीव्रता के साथ neuralgic pain होता है। कभी-कभी labour pain जैसा महसूस होता है। Congestion, redness, जलन के लक्षण मिलते हैं। Belladona बहुत ही अच्छी anti-inflammtory drug है। लक्षण मिलने पर Belladona 30 पोटेंसी की 2 बून्द डायरेक्ट जीभ पर दिन में 2 बार कुछ दिन लेने से लाभ हो जाता है।
Apis Mel 30 – यह overy के inflammation की बहुत अच्छी दवा है। इसमें ovarian region में चुभने जैसा दर्द महसूस होता है और कही भी होने वाली dropsical condition को कम करता है। ऐसे में Apis Mel 30 पोटेंसी की 2 बून्द डायरेक्ट जीभ पर दिन में 2 बार कुछ दिन लेने से लाभ हो जाता है।
आशा है आपको हमारी वीडियो अच्छी लगी होगी, लक्षण मिलने पर निःसंकोच दवा का सेवन कर सकते हैं। सभी दवा का सेवन नहीं करना सिर्फ लक्षण मिलने वाली दवा ही काम करेगा। अगर समझ नहीं आये तो लेख के अंत में बताये गए मोबाइल न. पर संपर्क कर सकते हैं।