पॉलीप ( polyp ) श्लेष्मा झिल्ली से ऊतक की असामान्य वृद्धि है। यदि यह एक संकीर्ण लम्बी कशेरुक द्वारा सतह से जुड़ा हुआ है, तो इसे पेडुंकलेट कहा जाता है। पॉलीप आमतौर पर कोलोन, पेट, नाक, साइनस, मूत्राशय और गर्भाशय में पाए जाते हैं। वे शरीर में कहीं और भी हो सकते हैं जहां श्लेष्मा झिल्ली मौजूद होते हैं जैसे कि गर्भाशय ग्रीवा और छोटी आंत।
पॉलीप ( polyp ) का होम्योपैथिक उपचार और दवा
ALUMINA 30 – नाक के बाएं नथुने में पॉलीप। कब्ज के लक्षण पाए जाते हैं, तरल मल भी आसानी से नहीं होता है।
BERBERIS VULGARIS 30 – वोकल कॉर्ड्स के पॉलीप के लिए यह उपयोगी दवा है।
CALCAREA CARB 200 – यह नाक, कान, मूत्राशय, गर्भाशय के पॉलीप की एक उत्कृष्ट दवा है, म्यूकस पॉलीपस जिसमे आसानी से खून निकल पड़ता है, उसमे उपयोगी है।
CALCAREA IODIDE 3X – नाक और कान के पॉलीप के लिए प्रभावी दवा है।
CALCAREA PHOS 30 – मस्तिष्क तक फैली हुई नाक का एक बड़ा पोलूपस में उपयोगी दवा है।
CHOLESTERINUM 30 – एक प्रारंभिक अवस्था में पित्ताशय की पथरी, जिगर क्षेत्र में जलन दर्द और सामान्य दुर्बलता की उपयोगी दवा है। कोलेस्ट्रॉल की अधिकता को ठीक करता है।
CONIUM MACULATUM 30 – गर्भाशय पॉलीप, जो मूत्र करने के दौरान फैलता है। नाक का पॉलीप जिसमे से खून आती हो उपयोगी है।
FORMICA RUFA 30 – पॉलीप के विकास को रोकता है और आकार को कम करता है। यह एक प्रभावी उपाय है, विशेष रूप से कानों के पॉलीप के लिए
KALI BICH. 30 – वायु मार्ग का पॉलीपस में उत्तम कार्य करता है।
KALIUM NITRICUM 30 – नाक या कहीं और का पॉलीप, खासतौर पर सिर में दर्द दाईं ओर होता है और खाने के बाद सिर का भारीपन बढ़ता है।
LACHESIS 200 – बाएं तरफ का पॉलीप, गंभीर दर्द के साथ। वायु के प्रति संवेदनशील, ऐसे लक्षण में इस दवा का सेवन करना है।
LEMNA MINOR 30 – नाक का पॉलीप, नाक की हड्डी का बढ़ना, एट्रोफिक राइनाइटिस, दुर्गंध आना, सूजन को कम करके नाक की रुकावट को कम करता है।
MERCURIUS SOL. 30 – कान का पोलिपस, कान का फड़कना और कान आसानी से बह जाता है और सुनने को प्रभावित करता है। दाहिना कान ज्यादातर शामिल रहते है।
PHOSPHORUS 30 – नाक में आसानी से खून बहना। रूमाल हमेशा खूनी से भर जाता है, नाक से गंध, ठंडा पानी पीने का मन करता है।
SANGUINARIA CAN 30 – नाक या स्वरयंत्र का पॉलीपस, बोलने से गले में चुस्ती और जलन। नाक में रुकावट। ऐसे लक्षण में उपयोगी दवा है।
SANGUINARIA NITRICA 3X – नाक के पॉलीपस के लिए एक उत्कृष्ट दवा है।
SILICEA 6X – नाक के छिद्रों में रुकावट। कान में पॉलीप और कान में छेद हो जाने की उत्तम दवा है।
TEUCRIUM MARUM VERUM 1M – यह नाक के पॉलीपस के लिए एक उत्कृष्ट दवा है। 15 दिनों के अंतराल के बाद दोहराए, 3 या 4 खुराक आमतौर पर स्थायी रूप से ठीक हो जाते हैं। यह मलाशय के पॉलीपस को भी ठीक करता है। रोगी जिस तरफ रहता है उस तरफ नाक की रुकावट। यह योनि के पॉलीपस को भी ठीक करता है। पॉलीप नरम और जेली की स्थिरता की होती है।
THUJA OCCIDENTALIS 200 – क्रोनिक टेंडन के साथ मध्य कान और गर्भाशय का पॉलिप में उपयोगी दवा है।