Eczema एक प्रकार का चर्म रोग है, यह बीमारी अगर किसी को हो जाती है तो बहुत लम्बे समय तक रहती है और जल्दी ठीक नहीं होती है। Eczema कई प्रकार के होते हैं, शुरुआत में जब Eczema की समस्या होती है तो शरीर के उस हिस्से पर लालपन होने लगता है, और फिर उसपे बहुत खुजली होती है। इसके दो या तीन महीने के अंदर उस हिस्से की चमड़ी मोटी हो जाएगी और उस हिस्से पर कालापन भी लिखने लगेगा।
Eczema दो प्रकार के होते है। Dry Eczema अर्थात सूखा एक्जिमा और Wet Eczema अर्थात गीला एक्जिमा। Dry Eczema में बहुत अधिक खुजली होगी और जो त्वचा होगी वह बहुत मोटी हो जाएगी, खुजली होने पर सफेद रंग की मृत कोशिकाएं भी निकलेंगी। रात में यह खुजली अधिक होगी और यह हिस्सा धीरे-धीरे काला पड़ जायेगा। यह Eczema काफी सालों तक रहता है, यह जल्दी ठीक नहीं होता।
Wet Eczema में पानी की तरह का पदार्थ निकलेगा। आपको जहाँ पर यह Eczema होगा वहाँ शुरुआत में छोटे-छोटे दाने निकलेंगे, और खुजलाने पर वहाँ से पानी निकलेगा। कुछ समय बाद त्वचा मोटी हो जाएगी, और वहाँ से चिपचिपा पदार्थ निकलेगा।
Eczema के कारण
- यह अनुवांशिक हो सकता है। अगर आपके परिवार में जैसे अगर आपके माता-पिता को Eczema हो चुका है तो आपको भी यह होने की संभावना रहती है।
- Eczema की समस्या वातावरण के कारण भी होती है। आस-पास का वातावरण अगर प्रदूषित है, जो खाना हम खा रहे है अगर वह ठीक नहीं है तो भी यह समस्या होने की संभावना रहती है।
Eczema के लिए होम्योपैथी दवा
Reckeweg R23 :- यह दवाई Dr. Reckeweg की जर्मन की दवाई है, यह दवाई हर प्रकार की Eczema के लिए फायदेमंद है। अगर आपको अभी खुजली होनी शुरू हुई है और वहाँ लाल पड़ने लगा है तो भी आप यह दवाई ले सकते हैं ताकि आपको यह समस्या न हो, और अगर आपको Eczema हो चुका है और काफी सालों से है तो उसके लिए भी ठीक है। इसमें कई सारी होम्योपैथी दवाईयाँ मिली हुई है, जो निम्न है:-
Arsenic Album D30, Apis Mellifica D30, Rhus Toxicodendron D30, Sulphur D30.
Apis Mellifica :- यह बहुत ही असरदार दवाई है खुजली और लालपन के लिए, जहाँ पर एक्जिमा हो गया है वहाँ पर सूजन बहुत अधिक हो जाता है, इस समस्या में भी यह दवाई बहुत ही काम आती है।
Arsenic Album :- अगर एक्जिमा में पानी जैसा पदार्थ निकले तो यह दवाई उसके लिए बहुत ही लाभदायक है। यह दवाई सूखे एक्जिमा के लिए भी बहुत लाभदायक है, जहाँ पर एक्जिमा हुआ है वहाँ पर काला पड़ जाता है तो यह दवाई उसके लिए भी लाभदायक है। यह दवाई जलन, खुजली और दर्द के लिए भी बहुत असरदार है।
Rhus Toxicodendron :- शरीर के जिस हिस्से पर एक्जिमा हो वहाँ पर कई सारे छोटे-छोटे लाल रंग के दाने निकल आते है, उस हिस्से पर खुजली भी बहुत होती है तो यह दवाई बहुत ही लाभदायक है। अगर एक्जिमा में पानी जैसा पदार्थ निकल रहा हो तो यह दवाई उसे भी सुखाने में मदद करता है।
R23 लेने की विधि :- इसका सेवन दिन में दो बार करना है, एक चौथाई कप में इसकी 10-15 बून्द डाल कर इसे दिन में दो बार पीना है, खाली पेट में ही इसका सेवन करना है ज्यादा असर के लिए। अगर आपको एक्जिमा एक साल से है तो यह दवाई आपको तीन महीने तक लेना है और अगर दो साल से है तो इस दवाई का सेवन छः महीने तक करना है। यह दवाई धीरे-धीरे लेकिन पूरा असर करती है, शुरुआत में खुजली ठीक होती है फिर लालपन या कालापन कम होता है और फिर पूरी तरह एक्जिमा ठीक होने लगता है।
Bio-Combination No 20 :- R23 के साथ आपको इस कॉम्बिनेशन का भी सेवन करना है, Bio-Combination No 20 को स्किन कॉम्बिनेशन भी कहा जाता है, यह दवाई एक्जिमा की समस्या के लिए बहुत ही लाभदायक है। इसकी छः-छः गोली दिन में तीन बार चूसनी है। इन दोनों दवाइयों के बीच आधे घंटे का अंतर रखना है।
नोट :- इन दोनों दवाइयों का सेवन लगातार करना है। खाने में भी कुछ सावधानियां बरतनी है, खाने में आपको खट्टे चीजों का सेवन नहीं करना है जैसे दही, छाछ, इमली आदि। यह दोनों दवाईयाँ आपको किसी भी होम्योपैथी दुकान पर मिल जाएगी।