Reckeweg R6 को इन्फ्लूएंजा ड्रॉप्स के नाम से भी जाना जाता है। अगर आपको सर्दी, खांसी, बुखार या वायरल बुखार हुआ है, नाक बह रहा हो, बुखार के साथ सिर दर्द हो, ऐसा महसूस हो कि बुखार लगने वाला है तो इस दवा का उपयोग बहुत लाभदायक है।
सबसे पहले Reckeweg R6 के कंपोनेंट्स को देखते हैं : – Aconitum D4, Bryonia D4, Camphora D3, Causticum Hahnem. D6, Baptisia D4, Eupator. Perfol. D3, Ferrum Phosphoric. D8, Gelsemium D6, Eucalyptus D3, Sabadilla D6
सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, नाक बहना इत्यादि रोग से ग्रस्त हैं तो इस दवा का उपयोग बहुत ही फायदेमंद हैं। इसके साथ अगर आपको ऐसा महसूस हो कि कुछ देर बाद बुखार आ जायेगा, बदन दर्द के साथ बुखार जैसा लक्षण महसूस होते ही इसका उपयोग किया जा सकता है। URTI, LRTI, pleurisy, हार्ट के ऊपरी लेयर में इन्फेक्शन हो जाये या सूजन हो जाये तो भी इस दवा के सेवन से लाभ मिलता है। मौसम बदलने पे होने वाले हरारत, सुस्ती, बुखार इत्यादि में Reckeweg R6 को अवश्य याद रखें।
Reckeweg R6 में डाले गए हर कम्पोनेंट का अपना एक विशेष लक्षण और महत्व है, जिसके बारे में जानना हमारे लिए आवश्यक है :-
Baptisia – यह दवा टाइफाइड फीवर के लिए बहुत अच्छी मेडिसिन है। अगर किसी को सर्दी, खांसी, बुखार, कमजोरी, हाथ-पैर में दर्द है तो इसका उपयोग बहुत अच्छा रहता है। इस मेडिसिन का इस्तेमाल खास तौर पे टाइफाइड फीवर के लिए किया जाता है।
Bryonia – यह भी सर्दी, खांसी, बुखार, जुकाम की बहुत अच्छी दवा है। बुखार के साथ अगर पूरे बदन में दर्द और हरारत हो रही हो तो इस दवा का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद रहता है।
Camphora – इसे कपूर के नाम से भी जाना जाता है और इसका इस्तेमाल एंटीबायोटिक के रूप में होता है। Reckeweg R6 में यह मेडिसिन डाली हुई है जोकि हमारे शरीर के रोग प्रतिशोधक क्षमता को बढ़ता है।
Eucalyptus – गले में बहुत अधिक कफ या बलगम जम जाने पे इस दवा का प्रयोग लाभ देता है। बुखार, थकान, सिर-दर्द इत्यादि में भी इस दवा का इस्तेमाल किया जाता है।
Causticum – इस मेडिसिन के लक्षण में खांसी आती है, अंदरूनी बुखार रहता है जोकि रोगी को पता नहीं लगता और साथ में कभी-कभी खांसी होती है तो ऐसे में यह दवा लाभ करता है।
Eupatorium perfol – बुखार के लक्षण के साथ अगर बदन, जोड़ों में दर्द हो तो यह दवा बहुत लाभ करता है। डेंगू बुखार की यह सबसे खास दवा है।
Ferrum phosphoricum – बुखार, कमजोरी, सुस्ती, ब्लड प्रेशर कम हो जाना, चक्कर आना इत्यादि में यह दवा बहुत लाभ करता है। मैं ज्यादातर अपने पेशेंट को इसकी 3x पोटेंसी उपयोग करने को कहता हूँ। यह मेडिसिन भी Reckeweg R6 में मौजूद है।
Sabadilla – जबरदस्त सर्दी, लगातार छींकें आना, सिर दर्द में इस दवा का उपयोग लाभ देता है। सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ अगर सिर दर्द के लक्षण रहें तो इस मेडिसिन को जरूर याद रखें।
Aconitum – अचानक आए बुखार में यह दवा बहुत लाभ करता है। ठण्डी हवा में जाने से अगर अचानक बुखार जाए, अंदर से घबराहट लगने लगे, बेचैनी हो तो यह दवा देना न भूलें।
Gelsemium – Feverish में यह अच्छा काम करता है। पुरे शरीर में दर्द रहे, इन्फेक्शन के कारण बुखार आ जाए, हाथ-पैर का कांपना इत्यादि में इस दवा का उपयोग किया जाता है।
ये सभी मेडिसिन Reckeweg R6 में उपलब्ध है जोकि सर्दी, खांसी, बुखार या वायरल बुखार, जुकाम इत्यादि से जुड़ी समस्याओं का निवारण करती है।
रेकवेग R6 की लेने की विधि और मात्रा
( Doses of Reckeweg R6 )
अगर रोग नया है तो इसकी 10 से 15 बून्द आधे कप पानी में डालकर हर आधे घण्टे पर इस्तेमाल करें। जब रोग ठीक हो जाए तो 2 से 4 दिनों तक 10 से 15 बून्द आधे कप पानी में डालकर दिन में 3 बार ले लें ताकि रोग पूरी तरह से ठीक हो जाए। Reckeweg R6 का इस्तेमाल खाना खाने के आधा घंटा पहले करें।
Reckeweg R6 22ML की बोतल में उपलब्ध है किसका मूल्य 220 रूपए है और इसे आप किसी भी होम्योपैथिक स्टोर से प्राप्त कर सकते हैं।