Skookum का अर्थ है Strong (मजबूत) और Chuck का मतलब है Water (पानी), सम्पूर्ण अर्थ है Strong water, U.S में एक झील है जिसे Skookumchuck कहा जाता है। इस दवाई को बनाने के लिए उस झील के पानी का प्रयोग किया जाता है। इस झील के पानी में काफी मात्रा में खनिज पदार्थ (Minerals) मिले हुए हैं जोकि हमारी त्वचा की बिमारियों के लिए बहुत फायदेमंद है। Skookumchuck झील की मदद से Skookumchuck Tablets तैयार की जाती है। Skookumchuck 3X एक बहुत ही असरदार दवाई है चर्म रोग के लिए।
Skookumchuck का शरीर पर प्रभाव
Skookumchuck दवाई हमारी त्वचा की कुछ समस्यांओ जैसे दाद, खाज, खुजली में असर करती है, साथ ही यह सर्दी, खांसी या कफ से भी बहुत राहत दिलाती है।
वह कौन से कारण है जब Skookumchuck दवाई ली जा सकती है ?
अगर आपको त्वचा से सम्बंधित कुछ खास समस्याएं हैं जैसे :- दाद, खाज, खुजली और बाकि किसी दवाई से आपको आराम नहीं मिल रही है तो आप Skookumchuck का प्रयोग करें, यह दवाई बहुत जल्द असर करती है इन पुराने चर्म रोगों के लिए। यदि आपको सोरायसिस हो गया है और ठीक नहीं हो रहा तो उसमे भी Skookumchuck लिया जा सकता है। यदि आपको सर्दी बहुत ज्यादा हो गया है, छींकें बहुत ज्यादा आ रही है और किसी आम दवाई से वह ठीक नहीं हो रही है तो Skookumchuck दवाई का सेवन किया जा सकता है। यदि आपको कान में दर्द हो, कान से मवाद बहुत ज्यादा निकलती रहती है और मवाद से बहुत बदबू आ रही है और कोई दवाई काम नहीं कर रही है तो Skookumchuck दवाई के सेवन से यह रोग ठीक किया जा सकता है।
कौन सी बीमारी में Skookum Chuck दवाई लेनी चाहिए
कोई पुराना चर्म रोग हो जैसे खुजली, दाद आदि तो इस दवा का प्रयोग करें। चाहे आपको किसी भी प्रकार की दाद, खुजली हो सबमे Skookumchuck काम करती है और चर्म रोग को ठीक करने में मदद करती है। यदि आपको पुराना सर्दी, जुकाम है तो भी Skookumchuck को लिया जा सकता है। यदि आपके शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बहुत अधिक बढ़ गई है और कभी कम नहीं होता तो Skookumchuck का सेवन किया जा सकता है। शरीर में कही भी घाव बनता है और उससे मवाद निकलता है जिससे कभी-कभी बदबू आती है तो Skookumchuck का सेवन करें, जिससे घाव जल्दी भर जायेगा। इस दवाई का सेवन 3X में करना है।
दवा लेने की विधि :- Skookumchuck का प्रयोग दिन में तीन बार करना है। यह टैबलेट के रूप में आता है, आपको इसकी दो-दो गोली सुबह, दोपहर और शाम को लेनी है। इसे आपको पानी के साथ गटकना नहीं है इसे चबाना है और चबाने के बाद थोड़ा सा पानी पी लेना है। इसका सेवन कम से कम दो से तीन महीने करे पूरी तरह से ठीक होने के लिए।