इस लेख में हम तुतलाने और हकलाने की समस्या को ठीक करने की होम्योपैथिक दवा के बारे में जानेंगे।
तुतलाने की प्रत्येक अवस्था में kali brom 3x और Kali phos 3x दिन में 3 बार पर्यायक्रम से देते रहें साथ में हफ्ते में एक बार Causticum 200 की एक मात्रा दें। कुछ ही दिनों में तुतलाना ठीक हो जाता है।
इस प्रकार यदि बच्चा या युवा जो पहले ठीक से बोलते थे परन्तु कुछ दिनों से हकलाते हो तो उन्हें cannabis indica 30 की कुछ मात्रा देते ही जादू सा असर होता है और हकलाना दूर हो जाता है। ऐसे में Cannabis indica 30 की 2 बून्द सुबह-शाम देने से कुछ दिनों में समस्या ठीक हो जाती है।
यदि वृद्ध पुरुष हकलाते हों या पक्षाघात की वजह से हकला रहे हों तो उन्हें stramonium 30 दिन में 3 बार और causticum 200 की 2 बून्द शुरू के 4 दिन रोजाना एक बार फिर हफ्ते में 1 बार देते रहने से अतिशय लाभ होता है और समस्या ठीक हो जाता है।
हकलाकर बोलने में जिस व्यक्ति या वृद्ध व्यक्तियों को दिमाग पर इसलिए अधिक जोर लगाना पड़ता है कि वो जो बोलना चाहते हैं वह सोचने में अनावश्यक जोर लगाते हैं और इसी वजह से वो हकलाते हैं। ऐसी स्थिति भांग या धतूरे के विष जैसी होती है। ऐसे में हम 3 दवाओं का त्रिक चलाते हैं एक भांग या धतूरे से बनी होमियोपैथी दवा Cannabis indica 30 या cannabis sativa 30 साथ में stramonium 30 और Kali phos 3x पर्यायक्रम से देते हैं और आश्चर्यजनक परिणाम मिलते हैं और हकलाना ठीक हो जाता है।
हकलाने के सम्बन्ध में और भी कुछ मुख्य दवा और उसके लक्षणों को समझ लेते हैं :
अगर व्यक्ति वैसे तो ठीक बोलता है पर तेजी से जब बोलना शुरू करता है तब हकलाने लगता है तो ऐसे व्यक्ति को – Lac Caninum 30
अगर व्यक्ति किसी अनजान वयक्ति से बात करने में हकलाने लगता है तो ऐसे व्यक्ति को – Staphysagria 30
अगर व्यक्ति बोलते समय दुसरे शब्द को बोलने से पहले, जो पहले वाले शब्द हैं उनको 2-3 बार दोहराया करता है ऐसे व्यक्ति को – Spigelia 30
अगर व्यक्ति बोलते समय वाक्य के अंतिम शब्दों में हकलाते हैं तो ऐसे व्यक्ति को – Lycopodium 30
अगर व्यक्ति किसी-किसी खास शब्द को बोलने में ही गड़बड़ करते हैं, हकलाना शुरू करते हैं तो ऐसे व्यक्ति को – Lachesis 30