गर्भावस्था में दांतों में दर्द होने पर निम्नलिखित औषधियाँ हितकर है :-
कैल्केरिया-कार्ब 30 – ठण्डी हवा लगने अथवा अधिक गर्म या ठण्डी वस्तु सेवन करने के कारण दांत में दर्द होने पर-जो शोर-गुल से तथा रात के समय बढ़ जाता हो, इसका प्रयोग करें ।
कैमोमिला 30 – बाएं गाल के निचले जबड़े में दांत के एक ओर दर्द-जो बिस्तर की गर्मी अथवा मुँह में कोई गर्म वस्तु रखने पर बढ़ जाता हो एवं मसूढ़े सूजकर लाल हो गये हों-तब इसे दें।
कॉफिया 200 – मुंह में ठण्डा पानी रखने पर बन्द हो जाने वाले दांतों के दर्द में इस औषध का सेवन करायें ।
पल्स 200 – ‘कॉफिया‘ के लक्षणों में।
ऐण्टिम-कूड 3, 6 – कीड़े लगे दांतों का दर्द, जो खाना-खाते समय अथवा ठण्डे पानी के स्पर्श से बढ़ जाता हो तथा खुली हवा में आराम मिलता हो ।
स्टैफिसेग्रिया 3, 30 – दांतों का काला तथा भुरभुरा हो जाना, दांतों के टुकड़े टूट-टूटकर गिरना तथा जरा-सा स्पर्श होते ही दर्द होने लगना-इन लक्षणों में लाभकर हैं ।
मर्क-सोल 30 – कीड़ा लगे दांत की जड़ का दर्द, जो सायंकाल अथवा बिस्तर की गर्मी से, ठण्डी अथवा गरम-किसी भी वस्तु के खाने से तथा ताजी हवा लगने से बढ़ जाता हो ।
क्रियोजोट 3, 30 – कीड़ा लगे दांतों का दर्द, दांतों का काला तथा खुरदरे होना, मसूढ़ों में सूजन, दांतों का ढीला पड़ जाना तथा उनसे रक्त निकलना-इन लक्षणों वाले गर्भिणी के दाँत-दर्द में हितकर है ।
मैग्नेशिया-कार्ब 30 – यदि दांत सड़ न रहे हों, परन्तु गर्भावस्था के कारण दांत में दर्द हो, रात में दर्द बढ़ जाता हो तथा गालों की हड्डियों में दर्द हो तो इसका प्रयोग करना चाहिए ।
ऐकोनाइट 3x – ज्वर के साथ दांतों में दर्द हो तो इसे दें ।
नक्स-वोमिका 6 – अजीर्ण-दोष के कारण दांत में दर्द होने पर ।
विशेष – इसके अतिरिक्त लक्षणानुसार ‘कैल्केरिया-फ्लोर 3’ का प्रयोग भी। हितकर सिद्ध होता है ।