कभी-कभी स्त्रियों के गर्भाशय के मुँह पर एक प्रकार की पुंसियाँ-सी हो जाती हैं जिन्हें अर्बुद कहते हैं । रोग के बढ़ जाने पर ऑपरेशन ही इसका एकमात्र इलाज रह जाता है ।
कल्केरिया आयोड 3x- यह इस रोग की सर्वोत्तम दवा है । प्रायः प्रत्येक प्रकार की अवस्था में प्रयोग की जा सकती हैं ।
सिकेलि 2x- लक्षणानुसार यह दवा भी दी जा सकती है ।
गर्भाशय का अविकसित होना
प्लम्बम 200– यदि पूर्ण वयस्कता प्राप्त कर लेने के बाद भी किसी स्त्री का गर्भाशय पुष्ट तथा विकसित न हो तो उसे इस दवा की एक-दो मात्रा देने से ही लाभ हो जाता है ।