चर्म व नर्वस सिस्टम के ऊपर इसकी मुख्य क्रिया होती है। स्नायविक थकावट, दुर्बलता, उत्तेजना, आक्षेप, कार्बंकल और किसी स्थान पर चोट लगकर कुचल जाने के कारण खून जम कर दर्द होने पर इस दर्द को घटाने व रक्त शोषण के लिए इससे तुरंत लाभ होता है।
मिर्गी रोग में रोगी में मानसिक शक्ति इससे बढ़ती है व कब्ज में विशेष लाभ मिलता है।
मात्रा – Q, 10 बून्द, मिर्गी में यह कुछ अधिक दिनों तक उपयोग करना पड़ता है।