क्या होता है खमीर ?
यह एक प्रकार का फफूंद होता है जो हमारे शरीर में हर जगह पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम कैंडिडा है। आमतौर पर हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली खमीर को नियंत्रित रखती है। यदि हमें कोई बीमारी है, अथवा हम कोई एंटीबॉयोटिक ले रहे हैं तो यह बढ़ सकता है और संक्रमण उत्पन्न कर सकता है।
खमीर संक्रमण शरीर के विभिन्न अंगों को विभिन्न तरीकों से प्रभावित करता है :-
- खमीर संक्रमण की वजह से त्वचा में खुजली और चकत्ते होने शुरू हो जाते हैं।
- छाला होना भी एक खमीर संक्रमण है, जिसकी वजह से व्यक्ति के मुंह में सफेद धब्बे हो जाते हैं।
- व्यक्ति के शरीर में रक्त प्रवाह को खमीर संक्रमण प्रभावित कर सकता है।
- Candida esophagitis एक प्रकार का छाला होता है जो व्यक्ति की ग्रासनली तक फैल जाता है, यह एक नली है जो हमारे मुंह से पेट तक भोजन लेकर जाता है। इस छाले के असर से भोजन निगलना कठिन हो जाता है।
- महिलाओं में वैजिनाइटिस की वजह से योनि का खमीर संक्रमण हो सकता है।
खमीर संक्रमण टेस्ट का उपयोग
इस टेस्ट का उपयोग खमीर के लक्षणों के आधार पर किया जाता है। इस टेस्ट से डॉक्टर को इस बात का पता चलता है कि संक्रमण कहाँ तक फैली है। यह संक्रमण त्वचा के नम जगहों पर होता है। आइए जानते हैं खमीर संक्रमण के कुछ लक्षण। बता दें कि आपके व्यक्तिगत लक्षण भिन्न भी हो सकते हैं:-
- पिम्पल
- जलन का एहसास
- खुजली
- लाल चकत्ते, अक्सर त्वचा में अल्सर हो जाते हैं।
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि लगभग 80% महिलाओं को अपने पूरे जीवनकाल में यह संक्रमण ज़रूर होता है। आइए जानते हैं इनके क्या-क्या लक्षण होते हैं :-
- योनि में लाल चकत्ता हो जाना
- मूत्र त्याग करने में दर्द महसूस होना
- जननांग में खुजली या जलन
- सफेद निर्वहन
लिंग का खमीर संक्रमण में निम्न असर हो सकते हैं –
- लाल चकत्ते
- स्केलिंग
- लाली
कुछ विशेष बातें
– मुँह के खमीर को हम बोलचाल की भाषा में थ्रस्ट कहते हैं। बता दें कि ये छोटे बच्चों को अक्सर हो जाता है। इसके लक्षणों में शामिल हैं:-
- जीभ एवं गाल के अंदर दर्द/ टॉन्सिल
- जीभ एवं गाल के अंदर सफेद धब्बा
– यह संक्रमण छोटे बच्चों के मुंह के कोनों में अपने थम्ब को चूसने या होठों को लगातार चाटने से होता है। इसके लक्षणों में से एक है मुँह के कोने में एक छोटा सा कट।
– यह संक्रमण पैर या हाथ के नाखूनों में भी हो सकता है। ज्यादातर यह पैर के अंगूठों में होता है। इसके मुख्य लक्षण हैं:-
- मवाद
- सूजन
- नाखून में दरारें
- नाखून का रंग बदलने
- नाखून के आस पास दर्द महसूस होना
- नाखून के पास लालिमा दिखाई देना
कैसे होता है खमीर संक्रमण टेस्ट ?
इसके परीक्षण का प्रकार व्यक्ति के लक्षणों के स्थान के आधार पर निर्भर करता है:-
- यदि किसी महिला के योनि में यह संक्रमण होता है तो डॉक्टर योनि में संक्रमण का टेस्ट करेगा और योनि से डिस्चार्ज का एक नमूना लेगा
- यदि किसी व्यक्ति के मुंह में ये संक्रमण है तो डॉक्टर उस व्यक्ति के मुंह की अच्छी तरह जांच करेगा। इस दौरान डॉक्टर विभिन्न जांच यंत्रों का इस्तेमाल कर सकता है।
- यदि आपके परिवार वालों को आपके नाखूनों को देखकर कुछ संदेह हो रहा है तो वह नाखूनों को खरोंचकर एक छोटा सा नमूना डॉक्टर के पास ले जा सकते हैं।
आपको बता दें कि इस प्रकार के टेस्टों के दौरान आपको असहज महसूस हो सकता है। इसके बाद डॉक्टर आपके नाखूनों को लैब या माइक्रोस्कोप में चेक करके बता सकता है कि आपको ये संक्रमण है या नहीं। आपको बता दें कि इस टेस्ट का रिजल्ट तुरंत निकलकर सामने आ जाता है लेकिन चूंकि यह संक्रमण धीरे-धीरे फैलता है, इसी वजह से रिजल्ट के लिए हफ्ते भर का समय लिया जाता है।
नोट – खमीर परीक्षण के लिये आपको किसी भी प्रकार की विशेष तैयारी की जरूरत नहीं होगी। साथ ही साथ इस टेस्ट का कोई जोखिम नहीं होता है।
खमीर टेस्ट का परिणाम
यदि परिणाम में ये निकलता है कि आपको यह संक्रमण है तो आपका डॉक्टर या कंसलटेंट आपको एक एन्टीफंगल दवा लिखकर देगा। इसके लिए टैबलेट या क्रीम भी बाजार में आसानी से उपलब्ध होता है। आपके डॉक्टर आपके संक्रमण को देखकर यह बेहतर सलाह देंगे की आपको किस दवा का कितना उपयोग करना है। साथ ही साथ कौन-कौन सा उपचार आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
यदि आप पहले से कोई एंटीबायोटिक दवा ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर को बताएं। खून, हृदय और मस्तिष्क में ये संक्रमण कम फैलता है लेकिन त्वचा एवं जननांगों में यह संक्रमण अधिक फैलता है। जो कई बार चिंता की विषय भी बन जाता है।