हायोसायमस 30 – रोगी का सन्देहशील तथा बातूनी होना, अश्लील बातें करना, मुँह में गुनगुनाते रहना, कपड़े उतार फेंकना, नंगा हो जाना एवं बिना बात के हँसना आदि लक्षणों में हितकर है ।
स्ट्रैमोनियम 6, 30, 200 – लगातार बोलते चले जाना, अनर्गल प्रलाप करना तथा अँधेरा सहन न कर पाना – इन लक्षणों में प्रयोग करें ।
ऐगेरिकस 3, 30, 200 – अनर्गल प्रलाप, गाना, चिल्लाना, गुनगुनाना तथा बकते ही चले जाना – इन लक्षणों में हितकर है ।
लैकेसिस 30 – बिना रुके बोलते चले जाना, किसी से मिलना-जुलना न चाहना तथा अत्यधिक बेचैन रहना – इन लक्षणों में इसका प्रयोग करें ।