पढ़ने में मन नहीं लगा सकता है, नाम भूल जाता है, शब्द का अंतिम अक्षर पहले लिख देता है, साधारण शब्द को भी लिखने में भूल करता है। मस्तिष्क के रोग में नाक की जड़ में अत्यन्त दबाव के साथ दर्द, आँखों में मानो बालू गिरी हुई है जैसा किरकिराना, किसी कार्य में दृष्टि ठीक नहीं रख सकता, कोई वस्तु निगलते समय गले में सुई गड़ने जैसा दर्द। पाकस्थली मानो भरी हुई है व भारी लगती है, डकार खट्टा व बदबूदार होता है, दोपहर का भोजन व टिफिन करने के एक घण्टा बाद कै होकर खाया हुआ निकल जाता है।
कब्ज – पेट में वायु जमना और मल त्यागने में बहुत जोर लगाना पड़ता है।
पेशाब की हाजत को रोके नहीं रख सकता, चलते समय बून्द-बून्द पेशाब निकलता रहता है, रात को बार-बार पेशाब जाना पड़ता है, चूतड़ की हड्डी से लेकर पीठ के स्कैपुला तक दर्द, दर्द नीचे पैर तक उतरता है, किडनी में दर्द, घुटने में दर्द, प्रत्यंगों का कड़ापन, कई प्रकार के चर्म रोग में इस दवा से बहुत फायदा होता है। त्वचा में जलन और खासकर घुटने के आस-पास की त्वचा में जलन होना, त्वचा का फट जाना और खुरदुरा सा हो जाना, फफोले निकलना और त्वचा में खुजली जैसे लक्षण में जेरोफाइलम दवा अच्छा लाभ करता है।
रोगी के घुटने में बहुत तेज दर्द होना, सारे अंगों में जकड़न होना, मांसपेशियों में कंपन महसूस होना जैसे लक्षण में जेरोफाइलम दवा अच्छा काम करती है।
रोगी के नाक बंद हो जाने के साथ रीढ़ की हड्डी में कसाव महसूस होने जैसे लक्षणो में जेरोफाइलम दवा को अवश्य स्मरण करें।
वृद्धि – ठण्डे पानी के इस्तेमाल से और शाम में रोग के लक्षण में वृद्धि होती है।
कमी – गर्म पानी से नहाने से, सुबह और हिलने-डुलने से रोग में कमी आती है।
क्रम – 6 व इससे उच्च शक्तियाँ।