इस लेख में हम पेट फूलना, पेट ढप होना, डकारें आना जैसी समस्या को ठीक करने की होम्योपैथिक दवा की चर्चा करेंगे।
पेट में वायु इकट्ठा होने से पेट फूल जाता है, इससे रोगी को काफी तकलीफ होती है, पेट में शूल जैसा दर्द जोकि सोने पर बढ़ जाती है। यहाँ पेट में वायु भरने, पेट फूलने के कारण की चर्चा न करते हुए मैं डायरेक्ट लक्षण और उसकी होम्योपैथिक दवा की चर्चा करूँगा, लक्षण पर विशेष ध्यान दीजियेगा।
सबसे पहली दवा RAPHANUS SATIVUS 30 – अगर पेट में वायु इकट्ठा हो जाये, ऊपर या नीचे किसी राह से वायु न निकले, पेट में गुरमुराता रहे, रोगी बेचैन रहे, रोगी को लगे की हवा किसी राह से पास हो जाये तो आराम मिल जाए, परन्तु वायु न निकले तो ऐसे में RAPHANUS SATIVUS 30 की 2 बून्द हर आधे घंटे पर सेवन करने से वायु निकल जाती है। इसमें पेट में वायु इकट्ठा होगा, पेट में गड़गड़ होगा, पेट फूलेगा, पेट ढब हो जायेगा, आपको लगेगा कि अगर एक बार शौच हो जाए तो वायु भी निकल जायेगा, आप शौच को जायेंगे, मल में फेन रहेगा, शौच थोड़ा बहुत होगा फिर भी वायु नहीं निकलेगा, ऐसे में RAPHANUS SATIVUS 30 का इस्तेमाल करने से वायु पास हो जायेगा।
Lycopodium 30 – इसमें पेट के नीचे का भाग अधिक फूलता है, पेट में वायु जम कर पेट गड़गड़ाता है, पेट के भीतर गों-गों शब्द होने में Lycopodium उपयोगी है। इसमें कब्ज के लक्षण मौजूद रहते हैं, रोगी चाहता है की शौच कर ले क्युकी शौच करने के बाद पेट फूलना कुछ घटता है। Lycopodium के रोगी को भूख अच्छी लगती है, परन्तु खाने बैठता है तो 2-4 कौर खाते ही पेट फूल जाता है और फिर भूख मारी जाती है। Lycopodium के रोगी को अगर डकार आया तो मुंह का स्वाद खट्टा हो जाता है। ऐसे लक्षण में Lycopodium 30 के इस्तेमाल से पेट में वायु भर जाने की समस्या ठीक हो जाती है।
Carbo Veg 30 – इसमें पेट का ऊपर का भाग अधिक फूलता है, और रोगी को अनपच के दस्त आते हैं। डकार और अधोवायु में बहुत बदबू रहती है। डकार आने पर रोगी को कुछ आराम मिलता है। Carbo Veg में मुंह का स्वाद तीता रहता है, या डकार आने पर मुँह का स्वाद तीता हो जाता है। ऐसे लक्षण में Carbo Veg 30 के इस्तेमाल से पेट में वायु भर जाने की समस्या ठीक हो जाती है। 2 बून्द दिन में 3 बार जीभ पर टपकाया करें।
China 30 – इसमें ऊपर और नीचे का यानी सारा पेट फूल जाता है। डकार आने या अधोवायु निकलने से आराम नहीं आता बल्कि उपसर्ग थोड़े बढ़ ही जाते हैं। ऐसे लक्षण में China 30 के इस्तेमाल से पेट में वायु भर जाने की समस्या ठीक हो जाती है। 2 बून्द दिन में 3 बार जीभ पर टपकाया करें।
Asafoetida 30 – इस दवा का लक्षण कि पेट फूलने के साथ मुंह में पानी भर आना, हृदय का स्पंदन बढ़ जाना, एक तरह का धुक-धुकि होना। पेट में काटने -फाड़ने जैसा दर्द, और जलन होना, पेट में वायु गड़गड़ाकर जोर से आवाज होना, और अंत में जोर की आवाज के साथ बड़ी मुश्किल से डकार आना। ऐसे लक्षण पर आप Asafoetida 30 की 2 बून्द दिन में 3 बार जीभ पर टपकाया करें।
kali carb 30 – इसमें रोगी जो कुछ खाता है, सबकुछ मानो वायु में परिणत हो जाता है। थोड़ा सा खाने पर भी पेट में भार और वायु इकट्ठा हो जाता है। पेट फूल जाता है और गरम महसूस होता है। कभी-कभी पेट में अकड़न की तरह दर्द भी होता है। जरा सा छूने पर दर्द मालूम होता है। पेट इतना फूलना कि ऐसा लगता है मानो फट जायेगा। Carbo Veg, Lycopodium, China, Asafoetida, RAPHANUS SATIVUS दवाओं में भी इसी प्रकार पेट फूलने और पेट में वायु होने का लक्षण है परन्तु kali carb वृद्ध लोगों, रक्तहीन लोग, जिसका स्वास्थ्य हमेशा बिगड़ा रहता है उनके लिए ज्यादा फायदेमंद है।
Staphysagria 30 – अगर कुछ खाने-पीने के बाद पेट में कनकनी हो जाए, ठण्ड से जैसे हम कांपते हैं वैसा पेट कांपने लगे तो Staphysagria 30 की 2 बून्द दिन में 3 बार लें।
Nux Moschata 30 – इसका लक्षण है कि हर बार भोजन के बाद पेट फूल जाता है, कुछ खाने-पीने के बाद ही पेट में एक तरह का दर्द होता है तो ऐसे में Nux Moschata 30 की 2 बून्द दिन में 3 बार लें।
यहाँ मैंने मुख्य दवाओं और उनके लक्षण की चर्चा कर दी है जोकि पेट फूलना, पेट ढप होना जैसी समस्या में बहुत उपयोगी रहते हैं। लक्षणानुसार आप दवा का सेवन कर सकते हैं, या अपने चिकित्सक से सलाह भी ले सकते हैं।