एड़ी में दर्द का होम्योपैथिक इलाज: इस लेख में हम एड़ी में दर्द के एक केस की चर्चा करेंगे कि कैसे होमियोपैथी दवाओं से इस समस्या को ठीक किया गया, वीडियो को पूरा अवश्य देखें, ताकि आप पूरी तरह समझ सकें।
एक महिला उम्र 35 वर्ष की, उनके बांये पैर की एड़ी में और घुटने से लेकर कमर तक काफी दर्द रहता था, एड़ी का दर्द सुबह उठने के बाद इतना अधिक होता था कि जमीन पर पैर रखना मुश्किल होता था। उन्हें यह परेशानी लगभग डेढ़ से दो वर्ष से थी, इसके लिए वे कई चिकित्सकों को दिखा चुके है लेकिन अब तक कोई राहत नहीं मिली थी। मैंने उनको जीभ दिखाने को कहा तो जीभ सफेद दिख रहा था, इसके अलावा उनका त्वचा में कहीं-कहीं तिल जैसा धब्बा बना हुआ था। मैंने उनसे पूछा कि क्या उनका जीभ साफ रहता है या सफेद मालूम होता है, उन्होंने कहा कि उनके जीभ पर हमेशा सफेद लेप चढ़ा मालूम होता है, इसके लिए वे दिन में कई बार जीभ साफ करती है, लेकिन जीभ साफ नहीं होता है, पूछने पर उन्होंने कहा कि उन्हें खाने में मीठा पसंद है। मैने सभी लक्षणों के आधार पर उन्हें एंटिम क्रूड 30 रोजाना सुबह और शाम 2 बून्द लेने की सलाह दी।
साथ में, कैल्केरिया फॉस 12x की 4 गोली दिन में 2 बार गुनगुने पानी से लेने को कहा। अगले दिन शाम को उन्होंने मुझसे कहा कि एड़ी का दर्द काफी कम हो गया है और आज सुबह उठने पर मैं आराम से जमीन पर पैर रख पा रही हूँ, साथ ही घुटने से कमर तक के दर्द में कुछ राहत है। एक सप्ताह बाद उन्होंने बताया कि एड़ी का दर्द लगभग समाप्त हो चुका है और घुटने से कमर तक के दर्द में काफी आराम है।
जीभ पर सफेदी के साथ तलवे या एड़ी में दर्द होने पर एंटिम क्रूड का प्रयोग करने से आशातीत लाभ होता है। इसके प्रयोग से इससे जुड़ी अन्य समस्याएं भी स्वयं समाप्त हो जाती हैं।
Video On Heel pain
एड़ी में दर्द का होम्योपैथिक इलाज
Allium Cepa 30 – जूतों आदि से एड़ियों का घर्षण होते रहने के कारण एड़ियों पर घाव हो जाने पर उपयोगी दवा है
Ammonium Carb 30 – खड़े रहने पर एड़ियों में पीड़ा, पिंडलियों व तलुवों में ऐंठन । पैर के अंगूठे में पीड़ा और सूजन ।
Antim Crude 30 – एड़ियों में बिवाईयां होने पर उपयोगी दवा है।
Lycopodium 30 – एड़ियों की हड्डियों में पीड़ा। सूजन का अहसास। एड़ियां चेतना शून्य हो जाती हैं। एड़ियों में इस प्रकार का दर्द जैसाकि वह कंकड़ियों पर चल रहा हो ।
Aristolochia Clematis 30 – एड़ियों में stitching दर्द एवं खुजली होती है।
Arsenic Album – एड़ियों पर घाव, साथ में जलन और दर्द में उपयोगी है।
Berberis Vulgaris 200 – एड़ियों पर पूरे शरीर का भार डालने से उनके दर्द का निवारण हो जाता है। एड़ियों में ऐसा दर्द, जैसे घावों से ग्रस्त हों ।
Borax 30 – एड़ियों में दर्द तथा पैर के अंगूठे में जलनयुक्त दर्द। उंगलियों की गांठों में प्रदाह । तलुवों में चुभन ।
Calcarea carb 30 – बायीं एड़ी में चीरने वाला दर्द ।
Colchicum 30 – एड़ी का गठिया । स्पर्श या चलना सहन नहीं कर पाता है ।
Cyclamen 30 – एड़ियों के घावों में जलनयुक्त दर्द, जिनमें चलने-फिरने, मालिश तथा गर्माहट से राहत मिलती है। बैठने या खड़े रहने और ठंडे पानी से स्नान करने पर वृद्धि होती है ।
Graphites 30 – एड़ियों में बिवाईयां फटना ।
Kali Carb 30 – दाहिनी एड़ी में दर्द होना ।
Lathyrus 30 – चलते समय एड़ियां भूमि को स्पर्श नहीं करती हैं, रोगी केवल पंजे के अगले भाग के बल चलता है।
Malandrinum 200 – सर्दियों के मौसम में व धुलाई से एड़ियों में बिवाईयां व दरारें होना ।
Petroleum 200 – एड़ियों में चुभनशील दर्द जैसे किरचों से होते हैं । ऐड़ियां बिवाईयों व दरारों के कारण खुरदरी । सर्दियों में वृद्धि ।
Phaseolus Nanus 30 – एड़ियों में गठिया, साथ में मधुमेह ।
Phytolacca Decandra 30 – एड़ी में दर्द, पंजा ऊँचा उठाने से आराम मिलता है। करंट जैसे दर्द होता है।
Pulsatilla 30 – एड़ियों में ऐसा दर्द जैसे नाखूनों से नोंचा जा रहा है। रोगी पंजों को कंबल से बाहर रखता है ताकि वे ठंडे हो सकें, क्योंकि शीतलता का दर्दों पर सुखद प्रभाव पड़ता है।
Ranunculus 30 – एड़ियों में तीक्ष्ण दर्द । रोगी के खड़े रहने पर उसकी बायीं एड़ी में स्पंदनकारी चुभन ।
Silicea 30 – बैठे रहने पर एड़ियों में चुभने वाला दर्द ।
Variolinum 30 – टखने में मोच के कारण एड़ियों में चीरने वाले दर्द ।