चक्कर आने का कारण – चक्कर आना सामान्यतया मस्तिष्क में अस्थाई कम रक्तपूर्ति के कारण होता है। रक्तचाप में अचानक कमी के कारण भी यह स्थिति पैदा हो सकती है। अजीर्ण, रक्त की कमी, बहुमैथुन, मासिक धर्म की खराबी आदि इस रोग के कारण हैं।
लक्षण – यह एक क्षणिक अवस्था है जो कमजोर व्यक्तियों में और भीड़ भरे स्थानों पर, जैसे परेड-ग्राउंड या तंग छोटे कमरों या अधिक देर तक एक ही स्थिति में खड़े रहने से हो सकती है। आंखों के आगे अंधेरा, चारों ओर की वस्तुओं का घूमता हुआ दिखाई देना, चक्कर खाकर गिर पड़ना, बेहोशी आदि इसके लक्षण हैं।
चक्कर आने पर घरेलू उपचार
( Chakkar Aane ke Gharelu Ilaj )
– गर्मी से चक्कर आना, उल्टी, दिल धड़कने लगता हो तो कोरी हांडी में सौ ग्राम धनिया कूटकर डाल दें, आधा किलो पानी डाल दें। एक घण्टा पडा रहने दें। फिर इसमें से आधा कप पानी छानकर पांच बताशे डालकर हर तीन घण्टे से पिलायें । तेज गर्मी के प्रभाव से उत्पन्न सभी रोगों में लाभ होगा।
– दो चम्मच शक्कर और दो चम्मच सूखा धनिया मिलाकर चबाने से लाभ होता है।
– हींग, कपूरवटी, चक्कर तथा पतले दस्त में कार्य करती है। इसको बनाने की विधि आसान है। हींग और कपूर बराबर मात्रा में लेकर शहद में घोंटकर छोटी मटर जैसी गोलियां बना लें। इसको उपरोक्त तकलीफों में दो से चार गोली तक सुबह-शाम जल से दें।
– तुलसी के पत्तों के रस में शहद या शक्कर मिलाकर चाटने से चक्कर आना बन्द होता है।
– सिर चकराने पर आधा गिलास पानी में दो लाँग उबालकर उस पानी को पीने से लाभ मिलता है।
– खरबूजे के बीज को पीसकर, घी में भूनकर अल्प मात्रा में सुबह-शाम खाने से उन्माद, तन्द्रा, चक्कर आना तथा आलस्य आदि में बहुत लाभ होता है।
– सोंठ 6 ग्राम और धमासा 10 ग्राम को एक पाव पानी में ओटावें। 50 ग्राम रह जावे तब पी लें। इससे चक्कर आना बंद जाता है।
– आँवला 10 ग्राम, काली मिर्च 3 ग्राम और बताशे 10 ग्राम को पीस लें। 14 दिन तक लेने से चक्कर मिट जाता है।
– कालारस सुबह व शाम एक-एक ग्राम नागर बेल के पान में खाने से चक्कर अवश्य मिट जाता है।
– गेहूँ का आटा 40 ग्राम, घी 40 ग्राम और गुड़ 40 ग्राम लेकर सुबह 4 बजे आटे को थोड़े घी में भूनकर और उसमें घी और गुड़ की चाशनी मिलाकर कसार बनाकर खा लें। फिर सो जाएं। 7 दिन तक खाने से आधा शीशी का दर्द और चक्कर आना अवश्य मिट जाता है।
– 20 ग्राम मुनक्का घी में सेंक कर सेंधा नमक डालकर खाने से चक्कर आना बन्द हो जाता है।
– 12 काली मिर्च कूटकर घी में तलें। काली मिर्च निकाल लें और इसी घी में गेहूं का आटा सेंक कर गुड़ या शक्कर डालकर हलुआ बना कर उसमें तली हुई काली मिर्च डालकर सुबह-शाम भोजन से पहले खायें। चक्कर आना बन्द हो जायेगा।
चक्कर आने का होमियोपैथिक इलाज
बेलाडोना 200 तीसरे दिन व ब्रायोनिया 30 तथा जेलसीमियम 30 कुछ दिन लें। चक्कर आने में लाभ होगा।